Up board Class 12th Sanskrit Sanskrit Model Paper 2023-24
कक्षा 12वी संस्कृत यूपी बोर्ड मॉडल पेपर 2023-24
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेब साइट subhanshclasses.com पर हम आपको अपनी इस पोस्ट में Class 12th Sanskrit up board model paper 2023-24 को बताएंगे इसलिए आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें यदि आपको पोस्ट पसन्द आए तो अपने दोस्तों को भी शेयर करे।
यूपी बोर्ड मॉडल पेपर 2023-24
कक्षा – 12वी
विषय – संस्कृत
सामान्य निर्देश
(i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
(ii) प्रत्येक प्रश्न के सम्मुख उनके निर्धारित अंक दिए गए हैं।
1. अधोलिखित गद्य खण्ड पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।(2×5-10)
अथ च पत्रलेखाम् आहूय "पत्रलेखे ! त्वयापि यान्त्या अध्वनि न मद्विरहपीडा भावनीया। न शरीरसंस्कारे अनादरः करणीयः। न आहारवेला अतिक्रमणीया। न येन केनचित् अज्ञातेन पथा यातव्यम्। मम जीवितमपि तवैव हस्ते वर्तते। तत् नियतं त्वया आत्मा यत्नेन परिरक्षणीयाः"। इत्युक्त्वा केयूरकं पुनः तदवधानदानाय संविधाय "महाश्वेताश्रमं यावत् त्वयैव सहानया मन्नयनाय आगन्तव्यम्" इत्यादिश्य व्यसर्जयत्।
प्रश्नोत्तर
(i) पत्रलेखाम् कः आह्वयत्?
(ii) पत्रलेखाम् कः व्यसर्जयत् ?
(iii) "मम जीवितमपि तवैव हस्ते वर्तते। इति कः कथयति?
(iv) अस्य गद्यांशस्य प्रणेता कः?
(v) चन्द्रापीडः पत्रलेखाम् आहूय किम् अकथयत् ?
अथवा
तदाकर्ण्य चन्द्रापीडः "धन्या पत्रलेखा, यामेवम् अनुगृह्णाति । दुर्लभो देवीप्रसादः। प्रवेश्यताम्" इत्यभिधाय, स्कन्धावारम् आजगाम । प्रविशन्नेव पितुः समीपात् आगतं लेखहारकम् अद्राक्षीत्। धृततुरङ्गमश्च, प्रीतिविस्फारितेन चक्षुषा दूरादेव अपृच्छत्- "अङ्ग! कच्चित् कुशली तातः सह सर्वेण परिजनेन? अम्बा च
सर्वान्तःपुरैः" इति।
(i) चन्द्रापीडः किं कथयति ?
(ii) चन्द्रापीडः पितुः समीपात् आगतं कम् अद्राक्षीत् ?
(iii) का पत्रलेखाम्, अनिवर्त्यमानाम् न इच्छति।
(iv) रेखांकित अंश का हिन्दी अनुवाद कीजिए।
(v) 'चक्षुषा' का शाब्दिक अर्थ लिखिए।
2. अपनी पाठ्य-पुस्तकं के आधार पर किसी एक पात्र का हिन्दी में चरित्र-चित्रण कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द)(4)
(i) तारापीड
(iii) महाश्वेता
(ii) कपिंजल
3. बाणभट्ट की भाषा-शैली का विवेचन हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द)
4 . अधोलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) शिलापट्टकस्य उपरि कः अधिशिश्ये?
(i) चन्द्रापीड:
(iii) महाश्वेता
(ii) तारापीड:
(iv) कपिञ्जलः
(ब) कादम्बर्याम् मन्त्री शुकनासः कस्मै उपदेशं ददाति?(1)
(i) तारापीडाय
(iii) पुण्डरीकाय
(ii) चन्द्रापीडाय
(iv) शूद्रकाय
5. अधोलिखित श्लोकों में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए।5+2=7
एकातपत्रं जगतः प्रभुत्वं नवं वयः कान्तमिदं वपुश्च। अल्पस्य हेतोर्बहु हातुमिच्छन् विचारमूढः प्रतिभसि मे त्वम्।
अथवा
मान्यः स मे स्थावरजङ्गमानां सर्गस्थितिप्रत्यवहारहेतुः। गुरोरपीदं धनमाहिताग्ने- र्नश्यत्पुरस्तादनुपेक्षणीयम्।।
6. निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए।5+2=7
भूतानुकम्पा तव चेदियं गौ रेका भवेत्स्वस्तिमती त्वदन्ते। जीवन्पुनः शश्वदुपप्लवेभ्यः प्रजाः प्रजानाथ ! पितेव पासि ।।
अथवा
तथेति गामुक्तवते दिलीपः सद्यः प्रतिष्टम्भविमुक्तबाहुः। स न्यस्तशस्त्रो हरये स्वदेह-मुपानयत् पिण्डमिवामिषस्य ।।
7. कालिदास के नाटकों का उल्लेख हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए।(4)
8. अधोलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) रघुवंशे कति सर्गाः विद्यन्ते?1
(i) 19
(ii) 18
(iii) 21
(iv) इनमें से कोई नहीं
(ब) नन्दिनी कस्य गौः आसीत्?
(i) वशिष्ठस्य
(ii) अजस्य
(iii) दिलीपस्य
(iv) कालिदासस्य
9. अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए। 5+2=7
भूत्वा चिराय चतुश्रन्तमहीसपत्नी दौष्यन्तिमप्रतिरथं तनयं निवेश्य। भर्ना तदर्पितकुटुम्बभरेण सार्धं शान्ते करिष्यसि पदं पुनराश्रमेऽस्मिन् ।।
अथवा
शममेष्यति मम शोकः कथं नु वत्से त्वया रचितपूर्वम्। उटजद्वारविरुदं नीवारबलिं विलोकतः ।।
10. अधोलिखित में से किसी एक सूक्ति की सन्दर्भ सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिए।(2+5=7)
(i) अर्थे हि कन्या परकीय एव।
(ii) ओदकान्तं स्निग्धो जनोऽनु गन्तयः।
(iii) शान्ते करिष्यसि पदं पुनराश्रमेऽस्मिन्।
11. कालिदास की नाट्यकला का निरूपण हिन्दी अथवा संस्कृत में कीजिए।(अधिकतम 100 शब्द)(4)
12. अधोलिखित में दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) शकुन्तलां पतिकुलं विसृज्य काश्यपेन प्राप्तम्(1)
(i) सुखम्
(ii) दुःखम्
(iii) स्वास्थ्यम्
(iv) अस्वास्थ्यम्
(ब) परकीयोऽर्थः
(i) ऋणम्
(ii) कुसीदम्
(iii) कन्या
(iv) पत्नी
13. अधोलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर संस्कृत में 10 पंक्तियों में निबन्ध लिखिए।(10)
(i) विद्याधनं सर्वधन प्रधानम्
(ii) परोपकाराय:
(iii) अहिंसा परमोधर्मः
(iv) उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
14. उपमा अलंकार की परिभाषा हिन्दी अथवा संस्कृत में सोदाहरण लिखिए (3)
अथवा
रूपक अलंकार की परिभाषा हिन्दी अथवा संस्कृत में लिखिए।
15. अधोलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए।2*4=8
(i) भीष्म वीरों में श्रेष्ठ थे।
(ii) बगीचे में सुन्दर पुष्प हैं।
(iii) राम के साथ लक्ष्मण भी वन गए।
(iv) वह जल से हाथ धोता है।
(v) कुएँ का पानी ठण्डा होता है।
(vi) पिता पुत्र पर क्रोध करता है।
(vii) बच्चे साँप से डरते हैं।
(viii) भगवान् को नमस्कार
16. (अ) निम्नलिखित रेखांकित पदों में से किन्हीं दो में नियम-निर्देशपूर्वक विभक्ति का उल्लेख कीजिए। (2)
(i) अग्नये स्वाहा।
(ii) मालाकार: उद्यानात् पुष्पाणि आनयति।
(iii) नगरेषु प्रयागः श्रेष्ठः अस्ति।
(ब) 'तिलेषु तैलम्' वाक्य के 'रेखांकित' पद में प्रयुक्त विभक्ति कौन-सी है?(1)
(i) तृतीया
(iii) सप्तमी
(ii) पञ्चमी
(iv) प्रथमा
17. (अ) अधोलिखित में से किसी एक पद में विग्रह कीजिए।
(i) पंचतन्त्रम्
(iii) उपगंगम्
(ii) अधिहरि
(ब) त्रिफला में प्रयुक्त समास का नाम लिखिए।
(i) द्विगु
(iii) बहुव्रीहि
(ii) अव्ययीभाव
(iv) द्वन्द्व
18. (अ) 'तट्टीका' का सन्धि विधायक सूत्र लिखिए।
(ब) 'विपत्कालः' का सन्धि विच्छेद होगा
(i) विप् + काल
(ii) विपद् + कालः
(iii) विपात् + कालः
(iv) विपति + कालः
19. (अ) 'सर्व' पद में 'सर्वेण' प्रातिपदिक की किस विभक्ति एवं वचन का रूप है?
(ब) 'कस्मात्' पद 'किम्' शब्द (पुल्लिंग) रूप की किस विभक्ति एवं वचन का रूप है?
(i) तृतीया विभक्ति, द्विवचन
(ii) पञ्चमी विभक्ति, एकवचन
(iii) सप्तमी विभक्ति, बहुवचन
(iv) प्रथमा विभक्ति, एकवचन
20. (अ) 'नयति' क्रियापद का पुरुष और वचन लिखिए।(2)
(ब) 'नी' धातु लट्लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन का रूप होगा (1)
(i) नय
(ii) नयातु
(iii) नयात
(iv) नयसि
21. (अ) 'भवनम्' में प्रयुक्त प्रकृति प्रत्यय है
(i) भू + ल्युट् (iii) भू + अन
(ii) भू + क्त्वा (iv) भू + अनीयर्
(ब) 'पा' धातु में क्त्वा प्रत्यय लगाने पर रूप होता है
(i) पीतम्
(ii) पीत:
(iii) पीत्वा
(iv) पातुम
22. अधोलिखित में से किसी एक वाक्य का वाच्य परिवर्तन कीजिए।(2)
(i) अश्वः मागें अधावत्।
(ii) अहं पुस्तकं पठ्यते।