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महाकविः कालिदासः पर संस्कृत में निबंध

 महाकविः कालिदासः पर संस्कृत में निबंध

कालिदास पर संस्कृत निबंध

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           कालिदास पर संस्कृत निबंध 

महाकविः कालिदासः

(मम प्रियः कविः)

महाकविः कालिदासः मम प्रियः कविः अस्ति। सः संस्कृतभाषायाः श्रेष्ठतमः कविः अस्ति । यादृशः रस-प्रवाहः कालिदासस्य काव्येषु विद्यते तादृशः अन्यत्र नास्ति । सः कविकुलशिरोमणिः अस्ति । कालिदासेन त्रीणिनाटकानि, (मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम्, अभिज्ञानशाकुन्तलम् च) द्वे महाकाव्ये ( रघुवंशम् कुमारसम्भवं च) द्वे गीतिकाव्ये (मेघदूतम् ऋतुसंहारम् च ) च रचितानि ।

कालिदासस्य लोकप्रियतायाः कारणं तस्य प्रसादगुणयुक्ता ललिता शैली अस्ति । कालिदासस्य प्रकृतिचित्रणं अतीवरम्यम् अस्ति चरित्रचित्रणे कालिदासः अतीव पटुः अस्ति ।

कालिदासः महाराजविक्रमादित्यस्य सभाकविः आसीत् । अनुमीयते यत्तस्य जन्मभूमिः उज्जयिनी आसीत् । मेघदूते उज्जयिन्याः भव्यं वर्णनं विद्यते । कालिदासस्य कृतिषु कृत्रिमतायाः अभावः अस्ति । कालिदासस्य उपमा प्रयोगः अपूर्वः । अतः साधूच्यते- 'उपमा कालिदासस्य । '


हिंदी अनुवाद

महान कवि कालिदास मेरे प्रिय कवि हैं। वे संस्कृत भाषा के महानतम कवि हैं। कालिदास की कविताओं में इस तरह का आकर्षण का कोई अन्य प्रवाह नहीं है। वह काव्य परिवार के मुखिया हैं। कालिदास ने तीन नाटकों (मालविका अग्निमित्र, विक्रमूरवाशियम और अभिज्ञान शकुंतला) की दो महाकाव्य कविताओं (रघुवंशम और कुमारसंभवम) और दो गीतात्मक कविताओं (मेघदूतम और ऋतुसंहार) की रचना की।

 कालिदास की लोकप्रियता का कारण अनुग्रह की गुणवत्ता के साथ उनकी सुरुचिपूर्ण शैली है। कालिदास ने प्रकृति का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है कालिदास चरित्र-चित्रण में बहुत दक्ष हैं।

 कालिदास महाराजा विक्रमादित्य की सभा के कवि थे। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्मस्थान उज्जैन था। मेघदूत में उज्जैन का भव्य वर्णन मिलता है। कालिदास की रचनाओं में कृत्रिमता का अभाव है। कालिदास द्वारा रूपक का प्रयोग अभूतपूर्व है। इसलिए, ठीक ही कहा गया है: 'कालिदास की उपमा। ''



Essay on kalidas in english



The great poet Kalidas is my favorite poet. He is the greatest poet of Sanskrit language. There is no other flow of charm like that in Kalidasa’s poems. He is the head of the poetic family. Kalidasa composed three plays, (Malavika Agnimitra, Vikramaorvashiyam and Abhijnana Shakuntala) two epic poems (Raghuvansham and Kumarasambhavam) and two lyrical poems (Meghdootam and Ritusamhara).

The reason for Kalidasa’s popularity is his elegant style with the quality of grace. Kalidasa’s depiction of nature is very beautiful Kalidasa is very skilled in characterization.

Kalidasa was the assembly poet of Maharaja Vikramaditya. It is believed that his birthplace was Ujjain. There is a magnificent description of Ujjain in the Meghdoota. There is a lack of artificiality in Kalidasa's works. Kalidasa’s use of metaphor is unprecedented. Therefore, it is rightly said: 'The analogy of Kalidasa. ' '


10 Lines on Kalidasa In Sanskrit Language (महाकवि: कालिदास: निबंध)


(i) महाकवि: कालिदासः न केवल भारतस्य प्रत्युत विश्वस्य श्रेष्ठः कविः अस्ति ।

(ii) तेषु द्वे महाकाव्ये रधुवंशम कुमार रसम्भवज्च ।

(iii) महाकवि: कालिदास : स: कवगुरुः इति कथ्यते ।

(iv) त्रीणि नाटकाति मलविकाग्निमित्र‍ विक्रमोर्वशीयम अभिज्ञानशाकुन्तलज्च ।

(v) कवि: कालिदासः तेन विरचिता: सप्त ग्रंथा: अतीव प्रसिद्धाः सन्ति ।

(vi) अघ विश्वस्य सर्वास्वपि प्रमुखासु कालिदासग्रन्थाना अतुवादो लभ्यते ।

(vii) द्वे खण्डकाव्ये ऋतुसहारं मेघदुतज्च ।

(viii) रघुवंशम् कुमारसम्भवं च महाकाव्यम् कालिदासः ।

(ix) एषु मेघदुतस्य शाकुन्तलस्य च प्रचारः विदेशेषु अपि
अधिको विर्तते।

(x) महाकवि कालिदासस्य प्रतिभा सर्वतोमुखी अस्ति ।

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कालीदास जी पर 10 लाइनों का निबंध

महा कवि कालीदास पर निबंध 



(i) महान कवि कालिदास न केवल भारत में बल्कि दुनिया में सबसे महान कवि हैं।

(ii) महान कवि कालिदास को काव्य का गुरु कहा जाता है।

(iii) कवि कालिदास अपनी सात कृतियों के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं।

(iv) तीन नाटक मालविका, अग्निमित्र, विक्रम, उर्वशिया, अभिज्ञान और शकुंतला हैं।

(v) उनमें से दो महाकाव्य राधुवंशम और कुमारा रासम्भवज हैं।

(vi) अटुवडो आगा दुनिया के सभी प्रमुख ग्रंथों में से एक कालिदास जी का ग्रंथ भी पाया जाता है।

(vii) कविता के दो खंड, ऋतुसहारा और मेघदूत।

(viii) कालिदास की महाकाव्य कविता रघुवंशम और कुमारसंभवम् है।

(ix) इनमें मेघदूता और शकुंतला विदेशों में अधिक लोकप्रिय हैं।

(x) महान कवि कालिदास की प्रतिभा सर्वांगीण थी।
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10 line's on kalidas in english 



(i) The great poet Kalidas is the greatest poet not only in India but in the world.

(ii) The great poet Kalidas is called the master of poetry.

(iii) The poet Kalidas is very famous for his seven works.

(iv) The three plays are Malavika, Agnimitra, Vikram, Urvasiya, Abhigyan and Shakuntala.

(v) Two of them are epics Radhuvansham and Kumara Rasambhavaja.

(vi) Aga Atuvada is found in all the major works of Kalidasa in the world.

(vii) Two volumes of the poem, Ritusahara and Meghdoot.

(viii) Kalidasa’s epic poems are Raghuvansham and Kumarasambhavam.

(ix) Meghdoota and Shakuntala are more popular in foreign countries.

(x) The talent of the great poet Kalidas was all round.


20 Lines on Kalidasa In Sanskrit
(महाकवि: कालिदास: निबंध)

(1) महाकवि: कालिदासः न केवल भारतस्य प्रत्युत विश्वस्य श्रेष्ठः कविः अस्ति ।

(2) तेषु द्वे महाकाव्ये रधुवंशम कुमार रसम्भवज्च ।

(3) महाकवि: कालिदास : स: कवगुरुः इति कथ्यते ।

(4) त्रीणि नाटकाति मलविकाग्निमित्र‍ विक्रमोर्वशीयम अभिज्ञानशाकुन्तलज्च ।

(5) कवि: कालिदासः तेन विरचिता: सप्त ग्रंथा: अतीव प्रसिद्धाः सन्ति ।

(6) अघ विश्वस्य सर्वास्वपि प्रमुखासु कालिदासग्रन्थाना अतुवादो लभ्यते ।

(7) द्वे खण्डकाव्ये ऋतुसहारं मेघदुतज्च ।

(8) रघुवंशम् कुमारसम्भवं च महाकाव्यम् कालिदासः ।

(9) एषु मेघदुतस्य शाकुन्तलस्य च प्रचारः विदेशेषु अपि
अधिको विर्तते।

(10) महाकवि कालिदासस्य प्रतिभा सर्वतोमुखी अस्ति ।
(11) महाकवि कालिदास त्रीणि नाटकानि च मालविकाग्नि विक्रमोर्वशीयम अभिज्ञानशाकुंतलम ।

(12) तत्र कृत्रिमता क्लिष्टता च किंचित मात्रमपि नास्ति ।
(13) महाकवि कालिदास गीतिकाव्यम च मेघदुत ऋतुसंहारम् ।

(14) अयं महाकवि : संस्कृतसाहित्ये अद्वितीयं स्थानं धारयति ।

(15) महाकवि कालिदास प्रतिभासील: कवि अस्ति ।

(16) अय संस्कृत साहित्ये लोकोत्तरः कविः इति न काअपि संदेहः।

(17) तस्य तचनासु प्रसादं माधुर्यज्व गुणयो: अपुर्व सप्पिण विघते।

(18) उपमा कालिदासस्य इति उक्ति: तस्य विषये सुप्रसिद्धा अस्ति ।

(19) विश्वसाहित्ये अयं शेक्सपियरेण कविना सह समतां
धारयति।


20 लाइनों का निबंध कालीदास जी पर

कालीदास जी पर 20 लाइनों का निबंध




(1) महान कवि कालिदास न केवल भारत में बल्कि दुनिया में सबसे महान कवि हैं।

(2) महान कवि कालिदास को काव्य का शिक्षक भी कहा जाता है।

(3) कवि कालिदास अपनी सात रचनाओं के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं।

(4) तीन नाटक, मालविका, अग्निमित्र, विक्रम, उर्वशिया, अभिज्ञान और शकुंतला हैं।

(5)इनमें से दो महाकाव्य राधुवंशम और कुमार रासम्भव हैं।

(6) अटुवडो आगा दुनिया के सभी प्रमुख ग्रंथों में से एक कालिदास जी का ग्रंथ भी पाया जाता है।

(7) काव्य के दो खंड, ऋतुसहारा और मेघदूतज।

(8) कालिदास ने महाकाव्य रघुवंशम और कुमारसंभवम की रचना की।

(9) इनमें मेघदूता और शकुंतला विदेशों में अधिक लोकप्रिय हैं।

(10) महान कवि कालिदास की प्रतिभा सर्वांगीण है

(11) महान कवि कालिदास जी के तीन नाटक मालविकाग्नि ,विक्रमूर्वाशियम ,अभिज्ञान शकुंतला |

(12) इनकी भाषा में जरा सी भी कृत्रिमता और जटिलता नहीं है

(13) महान कवि कालिदास ने मेघदूत ऋतुसंहार नामक एक गीतात्मक कविता की भी रचना की।

(14) इस महान कवि का संस्कृत साहित्य में विशिष्ट स्थान है।

(15) महान कवि कालिदास एक प्रतिभाशाली कवि हैं।

(16) इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे संस्कृत साहित्य के सबसे महान कवि हैं।

(17) उनके तपों में उनकी कृपा मधुरता और त्याग गुणों के अभूतपूर्व सैपिन से बाधित होती है।

(18) यह कहावत है कि कालिदास की सादृश्यता उनके बारे में सर्वविदित है।

(19) विश्व साहित्य में, वे शेक्सपियर के सामान प्रसिद्ध कवि हैं।
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