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कक्षा 6वी सामाजिक विज्ञान यूपी बोर्ड अर्द्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024-25Class 6th social science half yearly exam paper full solution

कक्षा 6वी सामाजिक विज्ञान यूपी बोर्ड अर्द्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024-25

Class 6th social science half yearly exam paper full solution 2024-25


नमस्कार दोस्तों हम आपको अपनी इस पोस्ट में कक्षा 6वी समाजिक विज्ञान के अर्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024- 25 का सम्पूर्ण हल बताने जा रहे हैं इस लिए पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े यदि कुछ पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट करे


          अर्द्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024-25


                         कक्षा-6वी 


               विषय-सामाजिक विज्ञान


समयः 2.30 घंटे                             पूर्णांकः 100



                       इतिहास


1.बहुविकल्पीय प्रश्न


क) सिन्धु घाटी की सभ्यता थी


(अ) ग्रामीय सभ्यता


(ब) नगरीय सभ्यता


(स) अर्द्धनगरीय सभ्यता

उत्तर - (ब) नगरीय सभ्यता


(ख) हड़प्पा कालीन नगर बसे थे-


(अ) आजकल के गाँवों की तरह 


(ब) एकनिश्चित योजना के अनुसार


(स) टेढी मेढी गलियों में

उत्तर - (ब) एकनिश्चित योजना के अनुसार


2.खाली स्थान भरो-10


(क) ………की रचना महर्षि वेद व्यास ने की थी।

उत्तर - महाभारत


(ख) आर्यों की भाषा …….थी।

उत्तर - संस्कृत 


(ग) प्रसिद्ध गायत्री मंत्र में से……है।

उत्तर - ॐ भूर्भुवः स्वः


(घ) मोहन जोदड़ों का अर्थ ……. है।

उत्तर - मुर्दों का टीला


(ङ) रोपड़ भारत के ….. राज्य में, कालीबंगा ….राज्य में है 

उत्तर - पंजाब, राजस्थान 


3.सही व गलत के निशान लगाओ-


(क) वेद धार्मिक साहित्य है।(☑️)


(ख) प्राचीन काल में मानव कागज पर लिखते थे।(❌)


(ग) कुत्ता मानव का प्रथम पालतू पशु है।(☑️)


(घ) पाषाण युग को तीन भागों में बाँटा गया है।(☑️)


4. सही जोड़े बनाओ-


(क) रोपड़                           गुजरात


(ख) कालीबंगा                     महाराष्ट्र


(ग) लोथल                         राजस्थान


(घ) दायमाबाद                      पंजाब

उत्तर

(क) रोपड़ - पंजाब

कालीबंगा - राजस्थान

लोथल - गुजरात

दायमाबाद - महाराष्ट्र


5.प्रश्नोत्तर कीजिये-12


(क) मध्य पाषाण काल में हुये प्राकृतिक परिवर्तन का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पडा ?

उत्तर - मध्य पाषाण काल में प्राकृतिक परिवर्तनों के कारण मानव जीवन पर कई प्रभाव पड़े, जिनमें से कुछ ये रहे: 

 

उपकरणों का विकास

मध्य पाषाण काल में मनुष्यों ने हड्डियों और सींगों से बेहतर उपकरण बनाना शुरू किया. इन उपकरणों से उन्हें कपड़े, आश्रय, और हथियार बनाने में मदद मिली. 

 

कला का निर्माण

मध्य पाषाण काल में लोगों ने कला का निर्माण शुरू किया. भीमबेटका (भोपाल के पास) में चट्टानों पर इस काल में की गई चित्रकारी से यह संकेत मिलता है कि लोगों में कलात्मक रुचि विकसित हो गई थी. 

 

धर्म का प्रमाण

मध्य पाषाण युग में धर्म का पहला प्रमाण मिलता है. 

 

कृषि और पशुपालन

मध्य पाषाण युग के अंत में, लोगों ने फसलें उगाना और पशुपालन करना शुरू कर दिया. 

 

पालतू जानवर

मध्य पाषाण युग में कुत्तों को पालतू बनाया गया था. 

 

आवास संरचनाएं

मध्य पाषाण काल के लोग अक्सर चट्टानी आश्रयों, गुफाओं और प्राकृतिक सामग्रियों से बनी अस्थायी झोपड़ियों में रहते थे. 


(ख) इतिहास जानने में पुरातात्विक व साहित्यक साधनों का वर्णन कीजिए।

उत्तर - साहित्यिक एवं ऐतिहासिक ग्रंथ

वेद, उपनिषद और रामायण जैसे साहित्यिक और ऐतिहासिक ग्रंथ, प्राचीन भारत को समझने के लिए महत्वपूर्ण पुरातात्विक महत्व रखते हैं। संस्कृत और अन्य भाषाओं में लिखे गए ये ग्रंथ धार्मिक मान्यताओं, दार्शनिक अवधारणाओं, सामाजिक मानदंडों और ऐतिहासिक घटनाओं को शामिल करते हुए जटिल आख्यान प्रस्तुत करते हैं।


(ग) किस कारण सभी प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे हुआ ?

उत्तर - प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे होने के कई कारण थे: 

 

(i)नदियों से पीने का पानी मिलता था। 

 

(ii)नदियों के किनारे की ज़मीन उपजाऊ होती थी, जिससे खेती करना आसान हो जाता था. 

 

(iii)नदियों के पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जा सकता था. 

 

(iii)नदियों के किनारे रहने से मछली पकड़ी जा सकती थी और पानी पीने के लिए आने वाले जानवरों का शिकार किया जा सकता था. 

 

(iv)नदियों के किनारे रहने से माल और लोगों को आसानी से ले जाया जा सकता था. 

 

(V)नदियां परिवहन का एक बेहतरीन साधन थीं. 

 

(Vi)नदी घाटी क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधन आसानी से उपलब्ध थे. 


6. टिप्पणी लिखिए-


(क) इतिहासकार

उत्तर - इतिहासकार वह व्यक्ति होता है जो अतीत के बारे में अध्ययन करता है और लिखता है. इतिहासकारों का काम, मानव जाति से जुड़ी घटनाओं का व्यवस्थित वर्णन और शोध करना होता है. इतिहासकार, अतीत की घटनाओं को सुनियोजित तरीके से प्रस्तुत करते हैं और उन पर व्याख्या करते हैं।


(ख) हड़प्पा कालीन नगर निर्माण योजना

 उत्तर - हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना के दौरान, बस्तियों को एक गढ़ और एक निचले शहर में विभाजित किया गया था। सड़कों, घरों, संरचनाओं और भवनों का निर्माण सिंधु के लोगों द्वारा किया गया था। इमारतें ईंटों से 1:2:4 के अनुपात में बनाई गई थीं चाहे वे राजस्थान, पंजाब या सिंध में हों।


                  नागरिक शास्त्र


7. खाली स्थान भरो-


(क) ग्राम पंचायत का चुनाव....... के लिये होता है।

उत्तर - 5 वर्ष


(ख) ग्राम पंचायत के प्रधान को ... कहते हैं। 

उत्तर - ग्राम प्रधान 


8. सही व गलत के निशान लगाओ प्रधान


(क) हर ग्राम सभा में एक पंचायत समिति होती है।(❌)


(ख) पंचायत समिति के सदस्यों की संख्या निश्चित होती है।(☑️)


9. प्रश्नोत्तर कीजिए-


(ख) विविधता में एकता से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर - विविधता में एकता- भारत विविधता से परिपूर्ण देश है; “विविधता में एकता” भारतीय समाज की महत्त्वपूर्ण विशेषता है। यह वाक्यांश इस बात का भी सूचक है कि भारत किस प्रकार से विविधता पूर्ण संस्कृति, सामाजिक और जातीय तत्त्वों को अपनाते हुए निरंतर आगे बढ़ रहा है


(ग) नगर पंचायन के कार्य लिखिये।

उत्तर - नागरिकों को जलापूर्ति, मलजल पद्धति जैसी सुविधाएं देना और उनका रखरखाव करना 

 

(i)दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए लाइसेंस और परमिट जारी करना 

 

(ii)दुकानों और बाज़ारों के खुलने और बंद होने का नियंत्रण करना 

 

(iii)जन्म, मृत्यु, और विवाह पंजीकरण करना 

 

(iv)ग़रीबी उन्मूलन कार्यक्रमों को लागू करना 

 

(V)स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाओं को लागू करना 

 

(Vi)नगरपालिका अधिनियम और सरकार के निर्देशों के मुताबिक अन्य काम करना 



                          भूगोल


10. सही जोड़े बनाओ-


क. शून्य उपग्रह वाला ग्रह             बृहस्पति


ख. सूर्य से पृथ्वी की दूरी                शुक्र


ग. सर्वाधिक ग्रहों वाला उपग्रह लगभग 15 करोड़ किमी


घ. उपसौर                                21 मार्च


ड. बंसत विषुव                          4 जुलाई


उत्तर- (क) शुक्र 

(ख)लगभग 15 करोड़ किमी

(ग)बृहस्पति

(घ)4 जुलाई

(ड.)21 मार्च


11. कारण बताओ-


क) लीप वर्ष हर चौथे वर्ष में होता है? 

उत्तर - पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 365 दिन और 6 घंटे लगते हैं. 

 इन 6 घंटों को हर साल नहीं गिना जाता. 

 हर चौथे साल में ये 6 घंटे जुड़कर 24 घंटे यानी एक दिन बन जाते हैं. 

 इसी अतिरिक्त दिन को लीप डे कहा जाता है. 

 लीप वर्ष में फरवरी महीने में 29 दिन होते हैं. 

 लीप वर्ष में कुल 366 दिन होते हैं. 

 लीप वर्ष को अधिवर्ष भी कहा जाता है. 

 लीप वर्ष की शुरुआत जूलियस सीज़र ने करवाई थी. 

 

(ख) उत्तरी व दक्षिण ध्रुव पर छह माह का दिन होता है?

उत्तर - पृथ्वी अपनी धुरी पर 23.5 डिग्री झुकी हुई घूमती है, जिसकी वजह से उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर छह महीने का दिन और छह महीने की रात होती है: 

 

(i)पृथ्वी के इस झुकाव की वजह से ही मौसमों में बदलाव आता है. 

 

(ii)पृथ्वी के अपने पथ पर घूमते समय, ध्रुव सूर्य की तरफ़ झुके रहते हैं. 

 

(iii)आर्कटिक सर्कल के अंदर, यह झुकाव ज़्यादा होता है, जिससे छह महीने दिन और छह महीने रात होती है. 

 

(iv)उत्तरी ध्रुव पर 21 मार्च से 23 सितंबर के बीच सूरज की रोशनी लगातार पड़ती है. 

 

(V)दक्षिणी ध्रुव पर 23 सितंबर से 21 मार्च के बीच सूरज की रोशनी लगातार पड़ती है. 

 

(Vi)दक्षिणी ध्रुव पर हर साल सिर्फ़ एक बार सूर्योदय होता है और एक बार सूर्यास्त होता है.


12. खाली स्थान भरो-


(क) विश्व का सबसे बड़ा महासागर …….. है?

उत्तर - प्रशांत महासागर


(ख) यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप के बीच …..सागर है।

उत्तर - भूमध्य सागर


(ग) विश्व का प्रसिद्ध पिरामिड देश …… में है।

उत्तर - मिस्र


13. सही व गलत के निशान लगाओ-


(क) ग्लोब पृथ्वी का वास्तविक प्रतिरूप है।(☑️)


(ख) मानचित्र के नीचे का सिरा उत्तर दिशा में होता है।(❌)


(ग) सूर्य ग्रहण को नंगी आँखों से देखना चाहिए।

(❌)


14. प्रश्नोत्तर करो-


(क) जब भारत में शीत ऋतु होती है, तब आस्ट्रेलिया में गर्मी क्य पडती है?

उत्तर - जब भारत में शीत ऋतु होती है, तब ऑस्ट्रेलिया में गर्मी होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी की धुरी के झुकाव की वजह से दोनों गोलार्द्धों में विपरीत मौसम होते हैं. 

 

भारत उत्तरी गोलार्द्ध में है, जबकि ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी गोलार्द्ध में है. 21 जून को जब उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर झुका होता है, तो दक्षिणी गोलार्द्ध सूर्य से दूर हो जाता है. इस वजह से भारत में गर्मी होती है, जबकि ऑस्ट्रेलिया में सर्दी होती है. 

 

भारत में शीत ऋतु नवंबर से मार्च तक होती है. इस दौरान दिसंबर और जनवरी सबसे ठंडे महीने होते हैं. उत्तरी भारत में औसत तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस होता है. 

 

ऑस्ट्रेलिया की जलवायु मुख्य रूप से इसके आकार और उपोष्णकटिबंधीय उच्च दाब बेल्ट की वजह से होती है. यह मौसम के साथ उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ती है. 


(ख) मानचित्र क्या है? मानचित्र के दो प्रयोग लिखिये।

उत्तर - मानचित्र, पृथ्वी की सतह के किसी हिस्से को पैमाने के हिसाब से कागज़ पर बनाया गया चित्र होता है. मानचित्र से किसी इलाके के बारे में जानकारी मिलती है और इसका इस्तेमाल कई कामों में किया जाता है: 

 

मानचित्र से किसी इलाके की भौगोलिक जानकारी मिलती है, जैसे कि राजनीतिक सीमाएं, भू-आकृतियां, जल निकाय, शहरों की स्थिति, स्थलचिह्न, इमारतों का स्थान वगैरह।

 

मानचित्र से किसी अज्ञात जगह का पता लगाने में मदद मिलती है।

 

थल, जल, या हवा में यात्रा करते समय, रास्ते की योजना बनाने में मदद मिलती है।

 

सेना में, दुश्मन की जानकारी हासिल करने के लिए मानचित्र का इस्तेमाल होता है।

 

भूमि के स्वामित्व, न्यायाधिकरण एवं कर निर्धारण के लिये सरकार मानचित्र पर निर्भर करती है। 

 

पुलिस, अपराधों का मानचित्रण करके पता करती सकती है कि अपराधों में कोई पैटर्न है।


(ग) हम चन्द्रमा का एक ही भाग क्यों देख पाते हैं?

उत्तर - पृथ्वी से चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई देता है, क्योंकि चंद्रमा अपनी धुरी पर घूमने और पृथ्वी की परिक्रमा करने में लगभग एक जैना समय लेता है. इस स्थिति को 'सिंकक्रोनस रोटेशन' या 'टाइडल लॉक' कहते हैं. चंद्रमा की घूर्णन गति और उसकी कक्षा की गति लगभग समान होने की वजह से, चंद्रमा का एक ही हिस्सा हमेशा पृथ्वी की ओर होता है. 

 

चंद्रमा से जुड़ी कुछ और बातेंः

चंद्रमा, पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह है. 

 

चंद्रमा, सूर्य के बाद आकाश में दूसरी सबसे चमकीली वस्तु है. 

 

चंद्रमा, पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 27 दिन में पूरा करता है. 

 

चंद्रमा की यह स्थिति पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से होती है. 

 

पृथ्वी और चंद्रमा दोनों एक दूसरे के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में हैं. 

 

चंद्रमा के आकार का भी इस स्थिति में योगदान है. 

 

जब चंद्रमा पृथ्वी के पीछे होता है, तब सूर्य की किरणें चंद्रमा पर पड़कर पृथ्वी तक सीधे आ जाती हैं और चंद्रमा पूरा गोल दिखाई देता है. 

 

वैज्ञानिकों ने विशेष सैटेलाइट्स और अंतरिक्ष यान के ज़रिए चंद्रमा के पीछे के हिस्से की तस्वीरें और जानकारी हासिल की है. 

 


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