Up Board Class 12th Hindi literature half yearly exam paper 2023-24
कक्षा 12वी साहित्यक हिन्दी अर्द्ध वार्षिक परीक्षा पेपर का सम्पूर्ण हल 2023-24
नमस्कार दोस्तों हम आपको अपनी इस पोस्ट में Class 12th hindi literature up board half yearly exam paper ka full solution बताइएंगे इसलिए आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें यदि आपको कुछ पूछना है तो कॉमेंट करके ज़रूर बताइएगा
अर्द्धवार्षिक परीक्षा 2023-24
कक्षा-12वी
विषय – साहित्यिक हिन्दी
PN
समय : 3.15 घंटे पूर्णाक : 100
खण्ड-क
1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 10 अंक
(क) 'ब्राह्मण' पत्रिका के सम्पादक थे- 1
(अ) बालकृष्ण भट्ट
(व) प्रताप नारायण मिश्र
(स) बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
(द) प्रेमचन्द
(ख) रेखाचित्र पर आधारित रचना है- 1
(अ) मुद्राराक्षस
(ब) साहित्यालोचन
(स) अन्तरिक्ष की यात्रा
(द) अतीत के चलचित्र
(ग) हिन्दी का पहला मौलिक उपन्यास है- 1
(अ) परीक्षागुरू
(ब) गोदान,
(स) चित्रलेखा
(द) गुनाहों का देवता
(घ) 'आवारा मसीहा' के रचनाकार है- 1
(अ) अज्ञेय
(ब) विष्णु प्रभाकर
(स) यशपाल
(द) मोहन राकेश
(ड.)'सरस्वती' पत्रिका के सम्पादक थे- 1
(अ) डॉ० हजारी प्रसाद
(ब) आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
(स) पदम सिंह
(द) भारतेन्दु हरिश्चन्द
2. (क) 'तारसप्तक' का प्रकाशन वर्ष है- 1
(अ) 1953 ई0
(ब) 1943 ई0
(स) 1935 ई0
(द) 1919 ई0
(ख) प्रेम सरोवर के रचियता हैं- 1
(अ) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
(ब) जगन्नाथदास रत्नाकर
(स) माखन लाल चर्तुवेदी
(द) मैथिलीशरण गुप्त
(ग) नई कविता का आरम्भ माना जाता है- 1
(अ) 1943 से
(ब) 1950 से
(स) 1953 से
(द) 1955 से
(घ)'द्विवेदी युग' की काल अवधि है- 1
(अ) 1938 से 1943
(ब) 1868 से 1900.
(स) 1900 से 1922
(द) 1919 से 1938
(ङ) 'यशोधरा' काव्य के रचियता हैं- 1
(अ) अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
(ब) सियाराम शरण गुप्त
(स) मैथिलीशरण गुप्त
(द) भारतेन्दु हरिश्चन्द
3. गद्यांशों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 10
अशोक का वृक्ष जितना भी मनोहर हो, जितना भी रहस्यमय हो, जितना भी अंलकारमय हो, परन्तु है वह उस विशाल सामन्त सभ्यता की परिष्कृत रूचि का प्रतीक, जो साधारण प्रजा के परिश्रमों पर पली थी, उसे रक्त के ससार कणों को खाकर बड़ी हुई थी और लाखों करोड़ों की उपेक्षा से जो समुद्र हुई थी। वे सामन्त उखड़ गये, समाज ढह गये और दिनोत्सव की धूमधाम भी मिट गई। सन्तान कामिनियों को गन्धर्वो ने यक्षो की इज्जत
घटा दी। दुनिया अपने रास्ते चली गई, अशोक पीछे छूट गया।
(क) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(ग) सामन्ती सभ्यता की परिष्कृत रूचि का प्रतीक किसे कहा गया है ?
(घ) अशोक का वृक्ष जितना भी मनोहर हो, जितना भी रहस्यमय हो' इस वाक्य में किस रहस्य की ओर संकेत किया गया है?.
(ङ) यक्षों की इज्जत किसने घटा दी ?
अथवा
जन का प्रवाह अनन्त होता है। सहस्त्र वर्षों से भूमि के साथ राष्ट्रीय जन में तारतम्य प्राप्त किया है। जब तक सूर्य की रश्मियाँ नित्य प्रातः काल भवन को अमृत से भर देती हैं तब तक राष्ट्रीय जन का जीवन भी अमर है। इतिहास के अनेक उतार चढ़ाव पार करने के बाद भी राष्ट्र निवासी जन नयी उठती लहरों से आगे बढ़ने के लिए अजर-अमर है। जन का सततवाही जीवन नदी के प्रवाह की तरह है, जिसमें कर्म और श्रम द्वारा उत्थान क अनेक घाटों का निर्माण करना होता है।
(क) प्रस्तुत गद्यावतरण किस पाठ से लिया गया है? इसके लेखक कौन हैं?
(ख) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए।
(ग) भूमि के साथ किसने तारतम्य प्राप्त किया है?
(घ) जन का जीवन किस तरह से है ?
(ङ) राष्ट्र निवासी जन किसके समान बढ़ने के लिए अजर अमर है?
4.नीचे दिये गये पद्यांशों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 10
कान्ह दूत कैधों ब्रह्मदत है पधारे आप। धारे प्रन फेरन की मति ब्रजवारी को । कहै ' रत्नाकर' पै प्रीती-रीति जनत ना। ठानत अनीति आनि नीति ले अनारी की। मान्यौ हम, कान्ह बह्म एक ही कहो जो तुम। "तोहूँ हमें भावति ना भावना अन्यारी की। जैह वनि बिगरि न बारिधिता बारिधि कौ । बूँदता बिलैहैं बूँद बिवस बिचारी की ।
(क) उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिये ।
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(ग) गोपियों ने उद्धव को अनाड़ी क्यों बताया है?
(घ) गोपियाँ सन्देह प्रकट करते हुये उद्धव से क्या कहती हैं ?
(ड़) किसमें मिल जाने से बूँद का अस्तित्व मिट जायेगा ?
अथवा
'कौन तुम? संसृति जलनिधि तीर
तरंगों से फेंकी मणि एक,
कर रहे निर्जन का चुपचाप प्रभा की धारा से अभिषेक ?जगत का सुलझा हुआ रहस्य, एक करुणामय सुन्दर मौन और चंचल मन का आलस्य
(क) उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम बताइये ।
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(ग) उक्त पंक्तियों में कान किसका परिचय पूछ रहा है?
(घ) कान अपनी कान्ति से वीराने को शोभायमान कर रहा है ?
(ड़) प्रभा की धारा से अभिषेक ? पंक्ति में कौन-सा अंलकार है ?
5. (क) निम्नलिखित लेखको में से किसी एक का जीवन परिचय देते हुए उनकी कृतियों पर प्रकाश डालिए। 5
(अ) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ब) कन्हैयाला मिश्र 'प्रभाकर'
(स) जैनेन्द्र कुमार
(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी कृतियों पर प्रकाश डालिए। 5
(अ) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
(ब) जयशंकर प्रसाद
(स) जगन्नाथ दास 'रत्नाकर'
6. 'खून का रिश्ता' अथवा 'पंचलाइट' कहानी के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण लिखिये। 5
अथवा कहानी के तत्वों के आधार पर 'लाटी' कहानी का वर्णन कीजिए।
7. निम्नलिखित खण्डकाव्यों में से स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।5
(क) 'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए। 'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य के प्रमुख पात्र का चरित्रांकन कीजिए।
या
(ख) 'सत्य की जीत' खण्डकाव्य के चतुर्थ सर्ग का सारांश लिखिये।
या
'सत्य की जीत' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ग) रश्मिरथी' खण्डकाव्य के आधार पर किसी प्रमुख पात्र का चरित्र चित्रण कीजिए।
या 'रश्मिरथी' के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(घ) 'आलोकवृत्त' खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग का कथानक लिखिये।
या
'आलोकवृत्त' खण्डकाव्य के आधार पर 'महात्मा गाँधी' का चरित्र-चित्रण लिखिये ।
(ड.)'त्यागपथी' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या 'त्यागपथी' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए।
(च) 'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या 'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य की किसी एक घटना का उल्लेख कीजिए।
खण्ड-ख
8.(क) निम्नलिखित अवतरणों का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए. 7
यदा अयं षोडशवर्षीय आसीत् तदास्य कनीयसी भगिनी विषूचिकाया पञ्चतत्वं गत वर्षत्रयान्तरस्य पितृव्योऽपि दिवङ्ग। द्वयोरनयोः मृत्युं दृष्ट्वां आसीदस्य मनसि -'कथमहं कथवाय लोकः मृत्युभयात् मुवतस्यादिति ? चिन्दतयतः एास्य हृदि सहसैव वैराग्यप्रदीपः प्रज्वलितः । एकस्मिन् दिवसे अस्तङ्गते भगवति भास्वति मूलशङ्कर गृहमत्यजत् ।
अथवा
संस्कृतस्य साहित्य सरस, व्याकरणस्य सुनिश्चितम्। तस्य गद्ये पद्ये च लालित्यं भावबोधसामर्थ्यम् अद्वितीयं श्रुतिमाधुर्यञ्च वर्तते। किं बहुना चरित्रनिर्माणार्थ, यादृशी सत्प्रेरणां संस्कृतवाङ्मयं ददाति न तादृशी किञ्चिदन्यत् । मूलभूतानां मानवीयगुणानां यादृशी विवेचना संस्कृतसाहित्ये वर्तते नान्यत्र तादृशी । दया, दानं, शौचम्, औदार्यम्, अनसूया, क्षमा, अन्ये चानेके गुणाः अस्य साहित्यस्य अनुशीलनेन सञ्जायन्ते ।
(ख) निम्नलिखित संस्कृत पद्यांशों में से किसी एक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए।
परोक्षे कार्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रिय वादिनम्। वर्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुम्भं पयोमुखम्।।
अये लाजानुच्चैः पथि वचनमाकर्ण्य गृहिणी । शिशोः कर्णो यत्नात् सुपिहितवती दीनवदना ।।
मयि क्षीणोपाये यदकृत दृशाव श्रुबहुले । तदन्तः शल्यं में त्वमसि पुनरुद्धर्तुमुचितः ।।
9. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए ।4
(क) राजा भोः कालिदास कि कर्तुं प्राह?
(ख) संस्कृतभाषायां कति पुराणाने लिखितानि सन्ति ?
(ग) कस्य खलु दर्शनेन इदं सर्व विदितं भवति ?
(घ) हंसराज परिषन्यमध्ये आत्मन दुहितरं कस्मै अद्दात् ?
10. (क) 'वीर' अथवा 'करुण रस की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिये । 2
(ख) 'श्लेष' अथवा 'उत्प्रेक्षा' अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिये ।2
(ग) रोला' अथवा 'हरिगितिका' छन्द की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिये।2
11. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर अपनी भाषा शैली में निबन्ध लिखिए।9
(क) क्रिकेट खेल का आँखों देखा वर्णन
(ख) मेरा प्रिय कवि
(ग) जनसंख्या वृद्धि की समस्या एवं समाधान
(घ) प्रदूषण की समस्या एवं समाधान
12. (क) (i)प्रेजते' का सन्धि विच्छेद है-1
(अ) प्र+जते
(ब) प्र + एजते
(स) प्रेज+ते
(द) प्रए+जते
(ii) 'दौघ्+घा' की सन्धि होगी-1
(अ) दोघघा
(ब) दोग्धा
(स) दोघा
(द) दौग्धा
(iii) 'पूर्णश्चन्द्र' का सन्धि विच्छेद है-1
(अ) पूर्ण+चन्द्रः
(ब) पूर्णम्+चन्द्र :
(स) पूर्णः+चन्द्रः
(द) पूर्णः+चन्द्र
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक पद का समास विग्रह करके समास का लिखिये।2
(अ) चन्द्रमुखम्
(ब) चक्रपाणिः
(स) गृहगतः
13. (क) (i) 'राजनि' रूप है राजन् (राजा) का-1
(अ) सप्तमी, एकवचन
(ब) षष्ठी, बहुवचन
(स) चतुर्थी, एकवचन
(द) सप्तमी, द्विवचन
(ii) 'नामसु ' रूप है नामन् (नाम) का 1
(अ) तृतीया, एकवचन
(स) सप्तमी, बहुवचन
(ब) पञ्चमी, बहुवचन
(द) चतुर्थी, एकवचन
(ख) 'तिष्ठेव' अथवा 'नेष्यामि' किस धातु, लकार का पुरूष तथा वचन का रूप है। 2
(ग) (i) 'बुद्धिमान' में प्रत्यय है-1
(अ) तव्यत्
(ब) मतुप्
(स) वतुप्
(द) क्त्वा
(ii) 'गन्तव्यम् ' में प्रत्यय है- 'में 1
(अ) तव्यत्
(ब) क्त्वा
(स) मतुप्
(द) अनीयर
(घ) रेखांकित पदों में से किसी एक में प्रयुक्त विभक्ति तथा उससे सम्बन्धित नियम का उल्लेख कीजिए ।2
(अ) भिक्षुकः कर्णेन बधिरः अस्ति ।
(ब) गङ्गाया: उदकम्।
(स) तस्मै स्वधा ।
14. निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं दो का संस्कृत में अनुवाद कीजिए ।4
(अ) संसार में सभी लोग सुख चाहते हैं।
(ब) गाँव के चारों ओर बाग है।
(स) अपने माता-पिता का सदा सम्मान करो।
(द) दुर्योधन, धृतराष्ट्र का पुत्र था।