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कक्षा 10वीं हिन्दी यूपी प्री बोर्ड परीक्षा पेपर का सम्पूर्ण हल 2025।।Class 10th Hindi up pre board paper full solution 2025

Class 10th Hindi up pre board paper full solution 2025

कक्षा 10वीं हिन्दी यूपी प्री बोर्ड परीक्षा पेपर का सम्पूर्ण हल 2025


हम आपको अपनी इस पोस्ट में कक्षा 10वीं हिन्दी यूपी प्री बोर्ड परीक्षा पेपर 2025 का सम्पूर्ण हल बताने जा रहे हैं इस लिए पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े यदि कुछ पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट करे।

           यूपी प्री-बोर्ड परीक्षा पेपर 2025 

                      कक्षा-10वीं 

                     विषय - हिन्दी

समयः 3.15 घंटे                                    पूर्णांक :70

नोटः(क) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

(ख) प्रश्न-पत्र दो खण्डों में विभाजित है-खण्ड 'अ' व खण्ड 'ब'।

(ग) खण्ड-'अ' में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं। जिनके उत्तर ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर देने हैं।

(घ) प्रश्न के अंक उसके सम्मुख अंकित हैं।

(ङ) खण्ड-ब में 50 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न हैं।

(च) खण्ड-ब में सभी प्रश्नों का उत्तर एक साथ ही करें।

            खण्ड-'अ' [ बहुविकल्पीय प्रश्न ]

Q1. निम्नलिखित कथनों में से कोई एक कथन सही है, उसे पहचानकर लिखिए।

(a) पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी महाकवि के रूप में प्रसिद्ध है।

(b) 'करूणा' नामक निबन्ध के लेखक डॉ० सम्पूर्णानन्द हैं।

(c) 'संस्कृति' के चार अध्याय' के लेखक रामधारी सिंह 'दिनकर' है।

(d) 'कुटज' के लेखक जयप्रकाश भारती हैं।

Q2. 'आचार्य रामचन्द्र शुक्ल' किस युग के लेखक हैं-

(a) शुक्ल युग

(b) द्विवेदी युग

(c) शुक्लोत्तर युग

(d) भारतेन्दु युग

Q3. कौन-सी कृति भारतेन्दु की नहीं है?

(a) अँधेर नगरी

(b) भारत दुर्दशा

(c) भारत हरण

(d) वैदिकी हिंसा हिंसा न भवती

Q4. विषय और शैली की दृष्टि से निबन्धों के कितने भेद हैं-

(a) चार

(b) पाँच

(c) तीन

(d) दो

Q5. 'परदा' कहानी के रचनाकार हैं-

(a) जैनेन्द्र

(b) शिवानी

(c) यशपाल

(d) महादेवी वर्मा

Q6. तीसरा सप्तक काव्य संग्रह का प्रकाशन किस वर्ष हुआ ?

(a) वर्ष 1948

(b) वर्ष 1939

(c) वर्ष 1959

(d) वर्ष 1940

Q7. निम्नलिखित कथनों में से कोई एक कथन सही है, उसे पहचानकर लिखिए। 1

(a)'विचार वीथी' आचार्य रामचन्द्र शुक्ल का इतिहास ग्रन्थ है।

(b) 'उजली आग' यशपाल का निबन्ध संग्रह है।

(c) डॉ० नगेन्द्र प्रसिद्ध उपन्यासकार हैं।

(d) रामस्वरूप चतुर्वेदी सफल भेंटवार्ता लेखक हैं।

Q8. भोर का तारा एकांकी का प्रकाशन कब हुआ ?

(a)वर्ष 1938

(b) वर्ष 1937

(c) वर्ष 1950

(d) वर्ष 1945

Q9. भारत की एकता कृति के रचनाकार है-

(a) बालकृष्ण भट्ट

(b) वासुदेव शरण अग्रवाल

(d) हजारी प्रसाद द्विवेदी

(c) धर्मवीर भारती

(d) हरिशचन्द्र पत्रिका

Q10. हिन्दी का प्रथम समाचार-पत्र कौन सा था-

(a) कविवचन सुधः

(b) उदन्त मार्तण्ड

(c) समझदारी

Q11. हास्य रस का स्थायी भाव क्या है?

(a) रति

(b) हास

(c) निर्वेद

(d) विस्मय

Q12. 'चरण कमल बन्दी हरिराई' निम्नलिखित पक्ति में कान-सा अलंकार है-

(a) उपमा अलकार

(c) उत्प्रेक्षा अलकार

(d) इनमे से कोई नहीं

Q13. उपसर्ग के नहीं किए जा सकते हैं-

(a) खण्ड

(b) सार्थक खण्ड

(c) निरर्थक खण्ड

(d) इनमें से कोई नहीं

Q14 'दैनिक' शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग हुआ है-

(a) इक

(b) दिन

(c) निक

(d) ये सभी

Q15. 'वेद-पुराण' में समास है-

(a) द्विगु

(b) बहुव्रीहि

(c) द्वन्द्व

(d) तत्पुरूष

Q16. निम्नलिखित में कोन-सा शब्द तत्सम नहीं है-

(a) परतीत

(b) प्रतीत

(c) प्रतिमान

(d) प्रतिबिम्ब

Q17. गंगा का पर्यायवाची है-

(a) मन्दाकिनी

(b) मागीरथी

(c) देवनदी

(d) ये सभी

Q18. प्रत्येक में कौन-सी सन्धि ह-

(a) गुण सन्धि

(c) यण सन्धि

(c) वृद्धि सन्धि

(d) इनमें से कोई नहीं


Q19. नदी शब्द का तृतीया विभक्ति का बहुवचन रूप है-

(a) नदी

(b) ग्द्यो

(c) नद्यः

(d) नदीभिः

Q20. हस् धातु के विधिलिङ् लकार के उत्तम का एकवचन रूप है-

(a) हसेव

(b) हसेम

(d) हसेताम्

                               खण्ड-व

Q21. निम्नलिखित गद्यांश में से नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए। आज हम इसी निर्मल, शुद्ध, शीतल और स्वस्थ अमृत की तलाश में हैं और हमारी इच्छा, अभिलाषा और प्रयत्न यह है कि वह इन सभी अलग-अलग हुई नदियों में अभी भी उसी तरह बहता रहे और इनको वह अमर तत्व देता रहे, जो जमाने के हजारों थपेडों को बरदाश्त करता हुआ भी आज हमारे अस्तित्व को कायम रखे हुए हैं और रखेगा।

 (क) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।

(ख) गद्यांश के रेखांकित अश का भाव स्पष्ट कीजिए।

(ग) लेखक के अनुसार हमारा अस्तित्व किस कारण से आज भी कायम है?

Q22. निम्नलिखित पद्याश में से नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए। पुर ते निकसी रघुबीर-बघू, धरि धीर दए मग में डग है। झलकी भरि भाल कनी जल की, पुट सूखि गये मधुराधर वै।। फिरि बूझति है-" चलनो अब केतिक, पर्णकुटी करिही कित है?" तिय की लखि आतुरता पिय की अँखिया अति चारू चली जल ब्ये ।।

(क) प्रस्तुत पद्याश की ससंदर्भ हिन्दी मे व्याख्या कीजिए तथा काव्य सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए।

(ख) किस कारण सीताजी के माथे पर पसीना आ रहा था और होंठ सूख गए थे?

(ग) श्रीराम के नेत्रों से आँसू क्यों बहने लगे ?

Q23.(क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय दीजिए और उनकी किसी एक प्रमुख रचना का नाम लिखिए। 5

(अ) रामचन्द्र शुक्ल

(ब) जयशंकर प्रसाद

(स) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

Ans – जयशंकर प्रसाद बहुमुखी प्रतिभा के धनी साहित्यकार थे। उनका जन्म 1890 ई. में काशी के  'सुँघनी साहू' नामक प्रसिद्ध वैश्य परिवार में हुआ था। उनके यहाँ तम्बाकू का व्यापार होता था। उनके पिता देवीप्रसाद और पितामह शिवरत्न साहू थे। इनके पितामह परम शिवभक्त और दयालु थे। उनके पिता भी अत्यधिक उदार और साहित्य प्रेमी थे। प्रसाद जी का बचपन सुखमय था। बाल्यकाल में ही उन्होंने अपनी माता के साथ धारा क्षेत्र, ओंकारेश्वर, पुष्कर, उज्जैन और ब्रज आदि तीर्थों की यात्राएँ कीं। यात्रा से लौटने के बाद पहले उनके पिता का और फिर चार वर्ष पश्चात् ही उनकी माता का निधन हो गया।

प्रसाद जी की शिक्षा-दीक्षा और पालन-पोषण का प्रबन्ध उनके बड़े भाई शम्भूरत्न ने किया और क्वीन्स कॉलेज में उनका नाम लिखवाया, किन्तु उनका मन वहाँ न लगा। उन्होंने अंग्रेज़ी और संस्कृत का अध्ययन स्वाध्याय से घर पर ही प्राप्त किया। उनमें बचपन से ही साहित्यानुराग था। वे साहित्यिक पुस्तकें पढ़ते और काव्य रचना करते रहे। पहले तो उनके भाई उनकी काव्य-रचना में बाधा डालते रहे, परन्तु जब उन्होंने देखा कि प्रसाद जी का मन काव्य-रचना में अधिक लगता है, तब उन्होंने इसकी पूरी स्वतन्त्रता उन्हें दे दी। प्रसाद जी स्वतन्त्र रूप से काव्य-रचना के मार्ग पर बढ़ने लगे। इसी बीच उनके बड़े भाई शम्भूरन जी का निधन हो जाने से घर की स्थिति खराब हो गई। व्यापार भी नष्ट हो गया। पैतृक सम्पत्ति बेचने से कर्ज से मुक्ति तो मिली,

पर वे क्षय रोग का शिकार होकर मात्र 47 वर्ष की आयु में 15 नवम्बर, 1937 को इस संसार से विदा हो गए।


रचनाएँ –  जयशंकर प्रसाद हिन्दी साहित्य के स्वनाम धन्य रत्न हैं। उन्होंने काव्य, कहानी, उपन्यास, नाटक आदि सभी विधाओं पर अपनी लेखनी चलाई है।

'कामायनी

(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का जीवन-परिचय देते हुए उनकी किसी एक प्रमुख रचना का नाम लिखिए।

(अ) सूरदास

(ब) तुलसीदास

(स) महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा का जीवन परिचय- हिंदी साहित्य में आधुनिक मीरा के नाम से प्रसिद्ध कवियित्री एवं लेखिका महादेवी वर्मा का जन्म वर्ष 1907 में उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद शहर में हुआ था। इनके पिता गोविंदसहाय वर्मा भागलपुर के एक कॉलेज में प्रधानाचार्य थे। माता हेमरानी साधारण कवयित्री थीं एवं श्री कृष्ण में अटूट श्रद्धा रखती थीं। इनके नाना जी को भी ब्रज भाषा में कविता करने की रुचि थी। नाना एवं माता के गुणों का महादेवी पर गहरा प्रभाव पड़ा। इनकी प्रारंभिक शिक्षा इंदौर में और उच्च शिक्षा प्रयाग में हुई थी। नौ वर्ष की अल्पायु में ही इनका विवाह स्वरूप नारायण वर्मा से हुआ, किंतु इन्हीं दिनों इनकी माता का स्वर्गवास हो गया, ऐसी विकट स्थिति में भी इन्होंने अपना अध्ययन जारी रखा।

अत्यधिक परिश्रम के फल स्वरुप इन्होंने मैट्रिक से लेकर एम.ए. तक की परीक्षाएं  प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। वर्ष 1933 में इन्होंने प्रयाग महिला विद्यापीठ में प्रधानाचार्या पद को सुशोभित किया। इन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए काफी प्रयास किया साथ ही नारी की स्वतंत्रता के लिए ये सदैव संघर्ष करती रही। इनके जीवन पर महात्मा गांधी का तथा कला साहित्य साधना पर रविंद्र नाथ टैगोर का प्रभाव पड़ा।

1.नीहार- यह महादेवी जी का प्रथम काव्य संग्रह है। उनके इस काव्य में 47 भावात्मक गीत संकलित हैं और वेदना का स्वर मुखर हुआ है।


2. रश्मि- इस काव्य संग्रह में आत्मा-परमात्मा के मधुर संबंधों पर आधारित 35 कविताएं संकलित हैं

Q24. (क) निम्नलिखित संस्कृत गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए।

मानव जीवनस्य सस्करण सस्कृतिः। अस्माक पूर्वजाः मानव जीवन संस्कृतुं महान्त प्रयत्नम् अकुर्वन्। ते अस्माकं जीवनस्य संस्करणाय यान् आचारान् विचारान् च अदर्शयत् तत् सर्वम् अस्माकं सस्कृतिः।

(ख) निम्नलिखित संस्कृत पद्यांश का सन्दर्भ राहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए।

किस्विद् गुरूतर भूमेः किस्विदुच्चतरं च खात् ? किस्विद् शीघतर वातात् किंस्विद् बहुतर तृणात् ? माता गुरूतरा भूमेः खात् पितोच्चतर स्तथा। मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात ।।

(ग)एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न पत्र में न आया हो।

(ग) अपनी पाठ्य-पुस्तक के 'संस्कृतखण्ड' से कण्ठस्थ किया हुआ कोई

( घ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए।

(अ) भारतीय संस्कृतेः मूलं किम् अरित् ?

(च) विद्या केन वर्धते ?

(स) चन्द्रशेखरः कः आसीत् ?

(घ) वाराणसी नगरी किमर्थ प्रसिद्धा?

Q25. शुल्क मुक्ति हेतु अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए। 4

सेवा में,

प्रधानाध्यापक महोदय/ महोदया

मीरा बाई जूनियर हाईस्कूल, हमीरपुर 

विषय- फीस माफी के लिए प्रार्थना पत्र

श्रीमान या श्रीमती,

         आपसे मेरा सविनय निवेदन यह है कि मैं 12वी कक्षा का छात्र हूँ। मै एक निर्धन परिवार से संबंध रखता हूँ, मेरे पिताजी किसान हैं वे किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर पाते हैं, इसीलिए मेरी पढ़ाई का खर्च देने में असमर्थ हैं, अतः मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ कि आप मेरी विद्यालय शुल्क माफ करने की कृपा करें जिससे मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूं। मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हैं, कि अपने आचरण और पठन-पाठन में आपको किसी शिकायत का मौका नहीं दूंगा।


धन्यवाद

दिनांक- 11/12/2022


                                आपका आज्ञाकारी शिष्य

                                  नाम- सुभांश 

अथवा

केनरा बैंक के प्रबन्धक को अध्ययनार्थ ऋण प्राप्ति हेतु एक पत्र लिखिए।

Q26. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए।

(क) स्वच्छता - अभियान की सामाजिक सार्थकता

(ख) आजादी का अमृत महोत्सव

(ग) बेरोजगारी की समस्या

(घ) मोबाइल फोन से लाभ तथा हानियाँ

विज्ञान ने मनुष्य के जीवन को बहुत आरामदायक बना दिया है। सभ्यता की शुरुआत शून्य से हुई थी। लेकिन आज, मनुष्य के हाथ में सब कुछ है। विज्ञान के आविष्कार अद्भुत और उपयोगी हैं। मोबाइल फोन का आविष्कार इसका उपयुक्त उदाहरण है।

मोबाइल फोन के आविष्कार ने सदी के लोगों के जीवन में क्रांति ला दी है। अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह वरदान साबित हो सकता है लेकिन अगर इसका दुरुपयोग किया जाए तो यह अभिशाप साबित हो सकता है।

मोबाइल फोन एक वरदान है क्योंकि अब सेल फोन के माध्यम से इंटरनेट तक पहुँचा जा सकता है, वे सूचना, मनोरंजन और यहाँ तक कि मौद्रिक लेनदेन का एक बड़ा स्रोत बन गए हैं। तत्काल संचार के साधन होने के अलावा, मोबाइल फोन अब एक सुरक्षा उपकरण भी हैं। प्रौद्योगिकी में उन्नति के लिए धन्यवाद, दोस्तों और प्रियजनों को उनके फोन पर स्थापित जीपीएस की मदद से ट्रैक किया जा सकता है।

मोबाइल फोन आजकल एक अत्याधुनिक, ऑल-इन-वन मल्टीपर्पस डिवाइस है, जो एक ही समय में कई काम कर सकता है। यह संगीत बजा सकता है, गणना कर सकता है, तस्वीरें ले सकता है और कई अन्य काम कर सकता है। कोई भी व्यक्ति कुछ ही सेकंड में संदेश भेज और प्राप्त कर सकता है, जिससे कागज़ और परिवहन की लागत की बचत होती है।

हालाँकि, अगर मोबाइल फोन का दुरुपयोग किया जाए तो यह वाकई एक अभिशाप बन सकता है। लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से यूजर को इसकी लत लग जाती है। कुछ लोग इसे खास तौर पर छात्रों के लिए ध्यान भटकाने का एक बड़ा स्रोत मानते हैं।

हालाँकि, अगर मोबाइल फोन का दुरुपयोग किया जाए तो यह वाकई एक अभिशाप बन सकता है। लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से यूजर को इसकी लत लग जाती है। कुछ लोग इसे खास तौर पर छात्रों के लिए ध्यान भटकाने का एक बड़ा स्रोत मानते हैं।

मोबाइल फोन से कई स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी होते हैं। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन मानव मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है और यहां तक ​​कि कैंसर का कारण भी बन सकती है।

जो लोग हेडफोन/ईयरफोन की मदद से पूरी आवाज़ में संगीत सुनते हैं, उनके दुर्घटना होने की संभावना दूसरों की तुलना में ज़्यादा होती है, क्योंकि वे हॉर्न की आवाज़ नहीं सुन पाते। इससे स्थायी बहरापन भी हो सकता है।

मोबाइल फोन, जो अब कैमरे से लैस हो गए हैं, कभी-कभी अनैतिक गतिविधियों और बाद में उन्हें बढ़ावा देने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

मोबाइल फोन में ऐसे गुण हैं, जो किसी की जिंदगी बना भी सकते हैं और बिगाड़ भी सकते हैं। यह हर व्यक्ति पर निर्भर करता है कि





वह इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहता है।

Q27. अपने पठित खण्डकाव्य का सारांश संक्षेप में लिखिए।

अथवा

अपने पठित खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए


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