a

Class 10th Home Science up board paper 2023 solutions।।कक्षा 10वी गृह विज्ञान यूपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा पेपर 2023 का सम्पूर्ण हल

Class 10th Home Science up board paper 2023 solutions


कक्षा 10वी गृह विज्ञान यूपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा पेपर 2023 का सम्पूर्ण हल 

class 10th home science model paper solution 2023,up board 10th home science model paper 2023 solution,up board class 10 home science model paper solution 2023,up board class 10th home science paper 2023,10th home science model paper 2023,class 10th home science model paper 2023,class 10th home science model paper,10th home science model paper solution up board,up board class 10th math model paper 2023,upmsp 10th home science 2023 model paper answer

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेब साइट Subhansh classes.com पर यदि आप गूगल पर up board class 10th Home Science paper solutions 2023 सर्च कर रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आ गए हैं हम आपको अपनी इस पोस्ट में कक्षा 10वी गृह विज्ञान वार्षिक परीक्षा पेपर का सम्पूर्ण हल बताएंगे इसलिए आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें यदि आपको पोस्ट पसन्द आए तो अपने दोस्तो को भी शेयर करें।


अनुक्रमांक                       मुद्रित पृष्ठों की संख्या 8


नाम                                  930


                                      823 (EG)



                    कक्षा – 10वी


                  विषय– गृह विज्ञान

            (केवल बालिकाओं के लिए)


समय: तीन घण्टे 15 मिनट               [quites: 70


सामान्य निर्देश :


(i)सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।


(ii)प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।


(iii) प्रश्न-पत्र के दो खण्ड हैं। खण्ड अ में बहविकल्पीय प्रश्न हैं। इनके उत्तर ओ. एम. आर. शीट पर अंकित कीजिए। खण्ड ब में अति लघु उत्तरीय, लघु-उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं। उनके उत्तर हेतु निर्देश प्रत्येक प्रश्न के पहले दिए गए हैं।


                          खण्ड अ


बहुविकल्पीय प्रश्न :


निर्देश: प्रश्न संख्या 1 से 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न के चार-चार वैकल्पिक उत्तर दिए गए है। उनमें से सही विकल्प चुनकर ओ. एम. आर. शीट में गोले को काला करें।


1.यह अप्रत्यक्ष आय है :


(A) जमा धनराशि का ब्याज


(B) निःशुल्क आवास


(C) वेतन


(D) कृषि से प्राप्त आय

उत्तर –(D) कृषि से प्राप्त आय


2.पर्यावरण प्रदूषण का प्रभाव पड़ता है।


(B) व्यक्तिगत कार्यक्षमता पर


(A) जनस्वास्थ्य पर


(C) आर्थिक जीवन पर


D) उपर्युक्त सभी


उत्तर –(A) जनस्वास्थ्य पर


3.संक्रामक रोगों से बचाव किया जा सकता है।


(A) प्रातः काल धूप में बैठकर


(C) नियमित व्यायाम द्वारा


(B) संतुलित आहार द्वारा


 (D) टीकाकरण द्वारा


उत्तर –(D) टीकाकरण द्वारा


4.नेत्रों के लिए कौन-सा पौष्टिक तत्त्व आवश्यक है ?


(A) विटामिन 'ए'


(B)विटामिन 'बी' 


(C) विटामिन 'सी'


(D) विटामिन 'के'


उत्तर –(A) विटामिन 'ए'


5.एक ग्राम में होते हैं:1


(A) 10 डेकाग्राम


(B) 10 डेसीग्राम


(C) 10 सेन्टीग्राम


(D) 10 मिलीग्राम

उत्तर – (A) 10 डेकाग्राम


6.एक दर्जन अमरूद का मूल्य ₹ 60 है, तो एक अमरूद का मूल्य क्या होगा ? 1


(A) 5.00


(B) ₹7.00


(C) 9.00


(D) 12.00

उत्तर –(A) 5.00


7.कपड़ा काटने से पूर्व ध्यान रखना चाहिए :1


(A) कपड़े को श्रिंक करना (सिकुड़ना)


(B) कपड़े को इस्तरी करना


 (C) मिल्टन चॉक से निशान लगाना


(D) उपर्युक्त सभी

उत्तर –(D) उपर्युक्त सभी


8.भोजन पकाने की कौन-सी विधि पौष्टिक तत्त्वों को सुरक्षित रखती है ?1


(A)भाप द्वारा पकाना


(B) तलना


(C) उबालना


(D) भूनना

उत्तर –(A)भाप द्वारा पकाना


9.कार्बनिक पदार्थों के जलने से कौन-सी गैस बनती है ?1


(A) अमोनिया


(B) कार्बन डाइऑक्साइड


(C) ऑक्सीजन


(D) नाइट्रोजन

उत्तर –(B) कार्बन डाइऑक्साइड


10. फेफड़ों की क्रियात्मक (प्रकार्यात्मक) इकाई है :


(A) कोशिका


(B) वृक्काणु


(C) वायुकोष (कूपिका)


(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं


उत्तर –(B) वायुकोष (कूपिका)


11.कौन-सा अंग श्वसन तंत्र का भाग नहीं होता है ?1


(A) नाक


(B) फेफड़े


(C) यकृत्


(D) श्वासनली

उत्तर –(C) यकृत्


12.शरीर का तापमान नापने के लिए आवश्यक न्यूनतम समय है :


(A)1/2 मिनट 


(B)  1-½ – 2 मिनट


(C) 3-4 मिनट


(D)5 मिनट

उत्तर –(B)  1-½ – 2 मिनट


13. बर्फ की टोपी का प्रयोग होता है :


(A) घर से बाहर जाते समय


(B) ठण्डी सेंक देने के लिए


 (C) ठण्ड से बचाव के लिए


(D) उपर्युक्त सभी


उत्तर –(B) ठण्डी सेंक देने के लिए


14. क्षय रोगी के लिए हानिकारक है :


(A) दूध


(B) सन्तुलित आहार


(C)फल का रस


(D) मसालेदार भोजन

उत्तर – (D) मसालेदार भोजन


15. पूर्ण तरल आहार है :


(A) दूध


(B) चाय


(C)दाल


(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर –(A) दूध


16.पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपयोग किए जाने वाले धन को कहते हैं :


(A) पारिवारिक आय


(B) पारिवारिक व्यय


(C) पारिवारिक बचत


(D) पारिवारिक बजट

उत्तर –(B) पारिवारिक व्यय


17.खाने का सोडा मिलाकर पकाने से खाद्य-सामग्री का नष्ट होने वाला पौष्टिक तत्त्व है :


(A) विटामिन 'ए'


(B) 'विटामिन 'बी'


(C) कार्बोहाइड्रेट


(D)प्रोटीन


उत्तर –(B) 'विटामिन 'बी'


18. पारिवारिक बजट का मुख्य घटक नहीं है :


(A) भोजन


(B) शिक्षा


(C) मकान


(D) फैशन

उत्तर –(D) फैशन


19. शुद्ध जल में अभाव होता है :


(A) रंग का


(B) गन्ध का


(C) स्वाद का


(D) उपर्युक्त सभी

उत्तर –(D) उपर्युक्त सभी


20. मक्खियों द्वारा फैलने वाला रोग है :


(A) हैजा


(B) मलेरिया 


(C)प्लेग


(D) रेबीज़

उत्तर –(A) हैजा


                         खण्ड ब


अति लघु उत्तरीय प्रश्न :


निर्देश: प्रश्न संख्या 21 से 26 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 25 शब्दों के अंतर्गत दीजिए ।


21. पारिवारिक बचत के क्या उद्देश्य हैं ?2

उत्तर – पारिवारिक बजट के मुख्य उद्देश्य

पारिवारिक आवश्यकताओं एवं रहन-सहन के स्तर का ध्यान रखना। आकस्मिक कार्यों के लिए बचत का प्रावधान रखना। पारिवारिक आय में वृद्धि करने के लिए परिजनों को प्रेरित करना। परिवार के सदस्यों द्वारा किए जाने वाले अनावश्यक व्यय को नियन्त्रित करना।


22. आदर्श कुआँ किसे कहते हैं ? 2

उत्तर –कुआँ अधिकाधिक गहरा होना चाहिए। कुएँ के ऊपर यदि सम्भव हो, तो चारों ओर खम्भे लगाकर ऊँचाई पर छत डलवा देनी चाहिए। इससे कुएँ में पेड़ों की टहनियाँ व पत्तियाँ आदि नहीं गिरतीं तथा कुआँ पक्षियों की बीट जैसे अवांछनीय तत्त्वों से भी सुरक्षित रहता है।


23. बाटुलिज्म भोज्य विषाक्तता के क्या कारण हैं ? 2

उत्तर – सामान्य तौर पर भोजन करने के पश्चात व्यक्ति अच्छा अनुभव करता है। उसे संतुष्टि प्राप्त होती है। किन्तु कभी-कभी कई कारणों से भोजन प्रदूषित हो जाता है। जिससे उसे ग्रहण करने के पश्चात व्यक्ति अस्वस्थ महसूस करता है भोजन का दूषित होना ही भोज्य विषाक्तता का कारण बनता है। "व्यक्ति द्वारा भोजन ग्रहण करने के तुरन्त बाद या कुछ समय पश्चात हानिकारक प्रभाव (वमन, दस्त, चक्कर, पेट दर्द ) दिखाई देना ही, भोज्य विषाक्तता कहलाता है।"


भोज्य विषाक्तता के कारण


भोज्य विषाक्तता दो कारणों से पायी जाती है -


1. बाह्य कारणों से होने वाली भोज्य विषाक्तता


2. आन्तरिक कारणों से होने वाली भोज्य विषाक्तता।


24. अस्थि की टूट से आप क्या समझती हैं ?2

उत्तर,–किसी अस्थि के टूटने या उसमें दरार पड़ने को अस्थिभंग कहते हैं। हड्डियों पर एक सीमा से अधिक बल या झटका लगने से या अस्थि-कैंसर एवं अन्य रोगों के कारण अस्थिभंग हो सकता है। यह एक चिकित्सकीय स्थिति है।


25. घरेलू कचरा प्रबन्धन के कोई चार उपाय लिखिए ।

उत्तर – बायोगैस प्लांट :- इसमें जैविक कचरे का उपयोग करके बायोगैस तथा खाद बनाई जाती है।


ढलाव :- ढलाव एक निचला क्षेत्र होता है, जहाँ पर कचरे को डाला व दबाया जाता है।


पुनःचक्रण :- इसका अर्थ है कांच या धातु से बनी वस्तुएं तथा ऐसी ही वस्तुओं का पुनःचक्रण करके नयी उपयोगी वस्तुएं बनाना जब तक अति आवश्यक न हो इन पदार्थों का निर्माण नहीं करना चाहिए ।


सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट :- इस प्लांट को नाले के पानी को नदियों में डालने से पहले साफ़ किया जाता है।


कम्पोस्टिंग :- जैविक कचरे को गढ्ढा खोद कर दबा दिया जाता है। लगभग तीन महीने में ये खाद बन जाता है


26. भोजन परोसने की विभिन्न प्रचलित शैलियाँ कौन-सी हैं ?2


                 लघु-उत्तरीय प्रश्न :


निर्देश: प्रश्न संख्या 27 से 31 तक लघु-उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 50 शब्दों के अन्तर्गत दीजिए ।


27. 8% वार्षिक साधारण ब्याज की दर से ₹ 3,000 का 4 वर्ष का ब्याज कितना होगा ?4


उत्तर –

ब्याज = (मूल्यधन × दर  × समय)/100


= (3000× 8×4)/100


ब्याज = 960


28. पेचिश और अतिसार में क्या अन्तर हैं ?4

उत्तर – अतिसार एक ऐसी स्थिति है जिसमें ढीली या पानी के मल के अक्सर गुजरना पड़ता है, जबकि पेचिश एक आंत्र सूजन है. विशेष रूप से कोलोन में जिससे विच्छेदन में बलगम या रक्त के साथ गंभीर दस्त हो सकता है. दस्त को रक्त और बलगम के साथ पानी के मल के रूप में पेश किया जाता है.


29. गैस्ट्रोएन्टेराइटिस (जठरांत्र शोथ) के रोगी को 4कैसा आहार देना चाहिए ?

उत्तर –गैस्ट्रोएंटेरिटिस (gastroenteritis) के वैकल्पिक (alternative) उपचार कई घरेलू उपचार हैं जो कि रसोईघर में आसानी से उपलब्ध हैं। ये आलू के रस हैं (पेट में गैस की आपकी समस्या का इलाज करने के लिए तीन बार आलू का रस प्री- भोजन (pre-meal) है), चारकोल (आपके भोजन से पहले और बाद में चारकोल टैबलेट (charcoal tablet) रखना जो अम्लता (acidity) और गैस के मुद्दों को कम करने में काफी मदद करेगा), हल्दी ( वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए हर रोज दूध के साथ हल्दी मिलाकर मिलाएं), अदरक (गैस्ट्रिक समस्या के साथ-साथ अपचन (indigestion) के इलाज के लिए अच्छा), बेकिंग सोडा (यह एक प्रभावी एंटासिड (antacid) के रूप में काम करता है और जब आप इसे खाली पेट पर पानी से मिश्रित करते हैं तो तत्काल राहत देता है ), सेब साइडर सिरका, दालचीनी, इलायची, और प्याज (apple cider vinegar, cinnamon, cardamom, and onion) I


30. सिलाई किट में कौन-कौन सी वस्तुएँ सम्मिलित हैं ? किन्हीं दो का उपयोग लिखिए ।4

उत्तरसिलाई किट तथा सिलाई के लिए आवश्यक वस्तुएँ सिलाई कटाई के कार्य के लिए आवश्यक सामग्री को रखने के डिब्बे या थैले को सिलाई सामग्री सहित संयुक्त रूप में सिलाई किट कहा जाता है। इसमें सभी उपकरण एकसाथ सुरक्षित रहते हैं एवं उनकी तुरन्त उपलब्धता सुनिश्चित होती है।


सिलाई किट में रखे जाने वाले सामान


1.फीता या इंचटेप


2.कैंची


3.मिल्टन चॉक


4.सूई


5.धागे


6.पिनें


7.फिंगर कैप या अंगुश्ताना


8.कागज, रबर, पेन्सिल


9.स्क्वेयर (समकोण या गुनिया)


10.सिलाई के अन्य उपकरण


सिलाई कार्य हेतु आवश्यक ऐसे उपकरण, जिन्हें सिलाई किट में नहीं रखा जाता निम्नलिखित हैं


(i)सिलाई की मशीन


(ii)प्रेस


(iii) ड्राफ्टिंग के लिए कपड़ा (मिल्टन क्लॉथ)


(iv)मेज


वस्त्रों की सिलाई के लिए नाप लेना


वस्त्रों की सिलाई के लिए आवश्यक है कि वस्त्र व्यक्ति के शरीर के आकार एवं संरचना के अनुरूप हो, इसके लिए सही नाप लेना अति आवश्यक है। नाप लेते समय निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए


• जिस व्यक्ति का नाप लेना हो, उसकी रुचि का ध्यान रखना आवश्यक है। 


• नाप को किसी डायरी या कागज पर लिखते जाना चाहिए।

इंचटेप के सिरे को बाएँ हाथ में पकड़कर दाएँ हाथ से नाप लें।


 • नाप लेने वाले व्यक्ति को नाप देने वाले व्यक्ति के दाहिनी ओर खड़ा होना चाहिए।


नाप देने वाले व्यक्ति को समतल स्थान पर सीधा खड़ा होना चाहिए। 


 31. कृत्रिम श्वसन प्रदान करने की क्या उपयोगिता है ?2+2

उत्तर – किसी कारण विशेष से यदि व्यक्ति के फेफड़े कार्य करना बन्द कर दें, तो व्यक्ति की प्राकृतिक श्वसन क्रिया अवरुद्ध होने लगती है तथा दम घुटने लगता है। इस स्थिति में तत्काल क्रतिम श्वसन की आवश्यकता होती है।

कृत्रिम श्वसन से आशय एवं आवश्यकता


किसी मनुष्य के शरीर में कृत्रिम विधियों द्वारा फेफड़ों तक शुद्ध वायु पहुँचाने की प्रक्रिया को कृत्रिम श्वसन कहते हैं।


मानव शरीर में फेफड़ों के कार्य करना बन्द कर देने की स्थिति में शरीर को कृत्रिम श्वसन की आवश्यकता होती है, क्योंकि फेफड़ों के कार्य करना बन्द कर देने पर प्राकृतिक श्वसन क्रिया अवरुद्ध हो जाती है तथा दम घुटने लगता है।


कृत्रिम श्वसन की विधियाँ


कृत्रिम श्वसन की प्रमुख तीन विधियाँ हैं।


1. शेफर विधि पानी में डूबने की दुर्घटना से ग्रसित व्यक्ति को इस विधि द्वारा कृत्रिम श्वास दिया जाता है।


2. सिल्वेस्टर विधि दुर्घटनाओं में मूर्च्छित व्यक्ति को इस विधि द्वारा कृत्रिम श्वास दिया जाता है। इस विधि में कृत्रिम श्वसन देने के लिए दो व्यक्तियों की आवश्यकता होती है। सिल्वेस्टर विधि में घायल को समतल स्थान पर लिटाया जाता है।


3. लाबार्ड विधि छाती की हड्डी अथवा पसली टूट जाने की स्थिति में रोगी को कृत्रिम श्वास उपलब्ध कराने के लिए लाबार्ड विधि का प्रयोग किया जाता है।


                 दीर्घ- उत्तरीय प्रश्न 


निर्देश:

प्रश्न संख्या 32 से 34 तक दीर्घ-उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रश्न संख्या 32 व 33 के विकल्प दिए गए हूँ। प्रत्येक प्रश्न के एक ही विकल्प का उत्तर लिखना है । प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम /100 शब्दों के अन्तर्गत दीजिए ।


32. एक गाँव की जनसंख्या 500 है । इसमें 45% पुरुष, 30% स्त्रियाँ तथा शेष बच्चे हैं। पुरुषों, स्त्रियों एवं बच्चों की संख्या की गणना कीजिए ।6


अथवा


वायु प्रदूषण के कारण व रोकथाम के उपाय लिखिए ।


उत्तर – परिचय- प्रदूषण की समस्या आज बहुत गंभीर हो गई है।  मनुष्य ने प्रकृति के साथ बहुत अधिक हस्तक्षेप किया है।  नतीजतन, पर्यावरण जिसमें हवा, पानी, मिट्टी आदि शामिल हैं, प्रदूषित हो गया है।


 प्रदूषण के प्रकार-प्रदूषण कई प्रकार के होते हैं जैसे-(1) वायु प्रदूषण, (2) जल प्रदूषण (3) ध्वनि प्रदूषण


 (i) वायु प्रदूषण- वायु प्रदूषण अधिकतर कारखानों, मिलों, कार्यशालाओं आदि की चिमनियों से निकलने वाले धुएँ के कारण होता है। रसायन और अम्ल बनाने वाली मिलें इतनी दुर्गंध छोड़ती हैं कि साँस लेना मुश्किल हो जाता है।  वायु प्रदूषण से हो सकती है फेफड़ों की बीमारी;  दमा, आंखों का फ्लू, सिरदर्द आदि।


  प्रदूषण की जाँच कैसे करें- इस प्रदूषण को रोकने के लिए नियोजित औद्योगीकरण होना चाहिए।

 उद्योगों के मलबे को धरती की सतह पर या नदियों में नहीं फेंकना चाहिए।  उपयुक्त रसायनों के प्रयोग से इसे नष्ट कर देना चाहिए।  वनों की कटाई नहीं होनी चाहिए।  लोगों को घरेलू कचरा सड़कों पर नहीं फेंकना चाहिए।  हमें प्रकृति के समान रहना चाहिए।  पर्यावरण के बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण भी आवश्यक है।


 निष्कर्ष- समस्या की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए पर्यावरण विभाग की स्थापना की है।  देश की जनता को भी सरकार का सहयोग करना चाहिए।


33. बेबी फ्रॉक के लिए मानक नाप लिखिए एवं फ्रॉक की ड्राफ्टिंग कीजिए ।3+3


अथवा


मानव श्वसन-तंत्र का नामांकित चित्र बनाइए ।

उत्तर –

manav swasan tantra,swasan tantra,manav swasan tantra ka chitra,manav swasan tantra class 10th,manav swasan tantra drawing,manav swasan tantra in hindi,manav swasan tantra in hindi class 10,manav me swasan tantra,manav swasan tantra diagram,manav swasan tantra kaise banaen,manav swasan tantra ka chitra in hindi,manav savsan tantra,manav swasan tantra ka namankit chitra,swasan tantra in hindi,swasan tantra ka chitra,#manav swasan tantra,swasan tantra class 10,मानव श्वसन तंत्र का चित्र,मानव श्वसन तंत्र,मानव श्वसन तंत्र का चित्र कैसे बनाएं,मानव श्वसन तंत्र का नामांकित चित्र बनाइए,मानव श्वसन तंत्र का नामांकित चित्र,मानव श्वसन तंत्र का चित्र बनाइए,मानव श्वसन तंत्र का चित्र नामांकित करें,मानव श्वसन तंत्र का नामांकित चित्र 71 बनाइए,मानव उत्सर्जन तंत्र का नामांकित चित्र राहुल bio,मानव श्वसन तंत्र का चित्र आसानी से कैसे बनाएं,मानव श्वसन तंत्र का चित्र कैसे बनाते हैं,मानव श्वसन तंत्र का सचित्र वर्णन 71 कीजिए


34. मानव जीवन में श्वसन क्रिया की उपयोगिता का वर्णन कीजिए ।3+3

उत्तर – मानव जीवन के संचालन के लिए श्वसन क्रिया अत्यन्त आवश्यक है। श्वसन क्रिया के माध्यम से भोजन में उपस्थित रासायनिक पदार्थों से ऑक्सीकरण प्रक्रिया द्वारा ऊर्जा मुक्त कराई जाती है। इसी ऊर्जा से कोशिका को ईंधन प्राप्त होता है। रक्त में ऑक्सीजन की आवश्यक आपूर्ति फेफड़ों में श्वसन क्रिया के द्वारा होती है। इस प्रकार शरीर में होने वाली ऑक्सीकरण क्रियाएँ श्वसन-क्रिया पर निर्भर होती हैं। ऑक्सीजन का एक अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य शरीर में आवश्यक ताप को बनाए रखना भी है। श्वसन क्रिया से फेफड़ों में रक्त का शुद्धिकरण होता है, जिससे रक्त का हीमोग्लोबिन वायु से ऑक्सीजन सोखता है तथा अशुद्ध रक्त के प्लाज्मा से कार्बन डाइ-ऑक्साइड वायु में मुक्त होती है। इस प्रकार श्वसन क्रिया के परिणामस्वरूप शरीर को अनावश्यक एवं हानिकारक कार्बन डाइ-ऑक्साइड से मुक्ति मिल जाती है।



अथवा 

पाक क्रिया का पौष्टिक तत्त्वों पर क्या प्रभाव पड़ता है ? विस्तारपूर्वक व्याख्या कीजिए । 

ये भी पढ़ें 👇👇👇👇

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad