Class 11th hindi up board half yearly paper 2024-25
कक्षा 11वी हिन्दी यूपी बोर्ड अर्द्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024- 25
नमस्कार दोस्तों हम आपको अपनी इस पोस्ट में कक्षा 11वी हिन्दी के अर्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024- 25 का सम्पूर्ण हल बताने जा रहे हैं इस लिए पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े यदि कुछ पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट करे।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा पेपर 2024-25
कक्षा-11वी
विषय-सामान्य हिन्दी
समय 3 घंटा पूर्णांक : 100
खण्ड-क
1. द्विवेदी युग किसके नाम पर पड़ा है-1
(अ) महावीर प्रसाद
(ब) हजारी प्रसाद
(स) रामकुमार
(द) जयशंकर प्रसाद
उत्तर – (अ) महावीर प्रसाद
2. प्राचीन ब्रज भाषा गद्य के लेखक है-1
(अ) गोकुलनाथ
(ब) राजा शिवप्रसाद
(स) सदल मिश्र
(द) राजा लक्ष्मण सिंह
उत्तर – (अ) गोकुलनाथ
3. खड़ी बोली गद्य की प्रामाणिक रचना मानी जाती है-1
(अ) सतसई
(ब) पृथ्वीराज रासो
(स) प्रेमसारग
(द) गोराबादल की कथा
उत्तर – (स) प्रेमसारग
4. 'काशी नागरी प्रचारिणी सभा' की स्थापना की थी-1
(अ) श्यामसुन्दर दास
(ब) सुमित्रानन्दन पंत
(स) गुलाबराय
(द) रायकृष्ण दास
उत्तर - (अ) श्यामसुन्दर दास
5. हिन्दी का प्रथम नाटक है-1
(अ) सती-प्रताप
(ब) अजातशत्रु
(स) स्कन्दगुप्त
(द) नहुष
उत्तर – (द) नहुष
6. जायसी का पद्मावत किस भाषा में लिखा गया है-1
(अ) ब्रजभाषा
(स) खड़ीबोली
(ब) अवधी
(द) फारसी
उत्तर – (ब) अवधी
7. निम्नलिखित में एक रचना तुलसीदास की नहीं है, उसका नाम लिखिए।1
(अ) श्री कृष्ण गीतावली
(ब) साहित्यलहरी
(स) विनय पत्रिका
(द) पार्वतीमंगल
उत्तर – (ब) साहित्यलहरी
8. 'दोहाकोश' के रचनाकार है-1
(अ) शबरपा
(ब) लुइया
(स) सरहपा
(द) कण्हपा
उत्तर – (स) सरहपा
9. हिन्दी के प्रथम कवि सरहपा किस वर्ग के कवि थे-1
(अ) नाथ साहित्य
(ब) रासो सात्हिय
(स) जैन साहित्य
(द) सिद्ध साहित्य
उत्तर – (द) सिद्ध साहित्य
10. पृथ्वीराज रासो में प्रधानता है-1
(अ) श्रृंगार रस की
(स) वीर रस की
(ब) शान्त रस की
(द) हास्य रस की
उत्तर – (स) वीर रस की
11. जिस छन्द में चार चरण होते हैं और प्रत्येक चरण में 16 मात्रायें होती हैं और चरण के अन्त में जगण, तगण का प्रयोग नहीं होता, वह कहलाता है-1
(अ) दोहा
(स) सोरठा
(ब) रोला
(द) चौपाई
उत्तर – (द) चौपाई
12. 'इधर कुंआँ उधर खाई' का सही अर्थ है-1
(अ) आकाश पाताल का अंतर
(व) तटस्थ रहना
(स) दोषी सदैव संशक्ति रहता है
(द) सभी और परेशानी
उत्तर – (द) सभी और परेशानी
13. 'नयनम्' का सन्धि विच्छेद है-1
(अ) न + अनम
(ब) नै + अनम्
(स) नय+नम्
(द) नयन+म्
उत्तर – (ब) नै + अनम्
14. निम्नलिखित वाक्यों में से शुद्ध रूप का चयन कीजिए-1
(अ) उसे अनुतीर्ण होने का संशय है
(ब) उसे अनुतीर्ण होने की आशा है।
(स) उसे अनुतीर्ण होने का शक है
(द) उसे अनुतीर्ण होने की आशंका है
उत्तर – (द) उसे अनुतीर्ण होने की आशंका है
15. 'उपेन्द्र' का सन्धि-विच्छेद है-1
(अ) उपे+इन्द्र
(ब) उप+ईन्द्र
(स) उप+इन्द्रः
(द) उप+एन्द्र
उत्तर – (स) उप+इन्द्रः
16. 'राजन' शब्द का चतुर्थी विभक्ति एकवचन का रूप होता है-1
(अ) राजानम्
(ब) राज्ञे
(स) राजभिः
(द) राज्ञः
उत्तर – (ब) राज्ञे
17. घिर रहे थे घुघुँराले बाल, अंश अवलम्बित मुख के पास। नीलन्धन शावक से सुकुमार, सुधा भरने को विधु के पास उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकार है-1
(अ) उत्प्रेक्षा
(ब) दृष्टान्त
(स) उपमा
(द) प्रतीप
उत्तर – (स) उपमा
18. अतिथि-अतिथेय-1
(अ) अतिथि सेवा करने वाला
(ब) आने वाली तिथि
(स) तिथि सहित
(द) जो निश्चित पर आये
उत्तर – (अ) अतिथि सेवा करने वाला
19. 'द्विज' का अर्थ है-1
(अ) ब्राह्मण
(ब) सिंह
(स) पशु
(द) क्षत्रिय
उत्तर – (अ) ब्राह्मण
20. प्रारम्भ-प्रारब्ध-
(अ) आरम्भ और योजना
(ब) अथ और इति
(स) आरम्भ और भाग्य
(द) शुरू करने की स्थिति और समाप्ति
उत्तर – (स) आरम्भ और भाग्य
[ खण्ड-ख ]
1.दिये गये गद्यांश को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।15
महामहिम भगवान मधुसूदन जिस समय कल्पांत में समस्त लोकों का प्रलय, बात की बात में कर देते हैं, उस समय अपनी सामधिक अनुरागवती श्री (लक्ष्मी) को धारण करके उन्हें साथ लेकर क्षीर सागर में अकेले ही जा विराजते हैं। दिन चढ़ आने पर महिमामय भगवान भास्कर. भी, उसी तरह एक क्षण में, सारे तारा-लोक का संहार करके, अपनी अतिशायिनी श्री (शोभा) के सहित, क्षीर सागर ही के समान आकाश में, देखिए अब यह अकेले ही मौज कर रहे हैं।
(क) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
उत्तर – आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित और हमारी पाठ्य-पुस्तक 'गद्य-गरिमा' में संकलित 'महाकवि माघ का प्रभात-वर्णन' नामक निबन्ध से लिया गया है।
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
रेखांकित अंश की व्याख्या – प्रभातकाल में सूर्योदय के होने पर सारा दृश्य ही बदल जाता है। उस समय लेखक के सम्मुख प्रलयकाल का सो दृश्य उपस्थित हो जाता है। वह कल्पना करता है कि कल्पान्त में भगवान विष्णु भी जब तीनों लोकों को नष्ट कर अपनी प्रेममयी पत्नी लक्ष्मी के साथ क्षीरसागर में अकेले ही शोभित होते हैं।
(ग) प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने सूर्य, उसकी आभा एवं आकाश को किसके समान चित्रित किया है?
उत्तर – प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने सूर्य को भगवान विष्णु, सूर्य की आभा को लक्ष्मी एवं आकाश को क्षीरसागर के समान चित्रित किया है
(घ) भगवान विष्णु लक्ष्मी जी को लेकर कहाँ विराजते हैं?
उत्तर – भगवान विष्णु लक्ष्मी जी को लेकर क्षीरसागर में विराजते हैं।
(ङ) गद्यांश में किस समय के सौन्दर्य का आलंकारिक वर्णन प्रस्तुत किया गया है?
उत्तर – गद्यांश में सूर्योदय होने पर चन्द्रमा एवं तारों के अदृश्य होने पर आकाश में अकेले सूर्य एवं उसकी प्रभा के सौन्दर्य का आलंकारिक वर्णन प्रस्तुत किया गया है।
2.दिये गये पद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।10
बतरस-लालच लाल की, मुरली धरी लुकाइ।
सौह करे, भौहन हँसे, दैन कहै नटि जाइ।
(क) उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम बताइए।
उत्तर – शीर्षक – दोहे
कवि – बिहारी लाल
(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – इन पंक्तियों में गोपियों द्वारा कृष्ण की बाँसुरी चुराए जाने का वर्णन है गोपियां अपने प्रिय कृष्ण से बातें करने का अवसर पाने के लिए कृष्ण की वंशी छिपा देती हैं
(ग) राधिका जी श्री कृष्ण की मुरली छिपाकर क्यों रख देती हैं?
उत्तर – प्रिय कृष्ण से बातें करने का अवसर पाने के लिए कृष्ण की वंशी छिपा देती हैं
(घ) श्री कृष्ण जी के मुरली के बारे में पूछने पर राधिका जी क्या कहती हैं?
उत्तर – वे वंशी के बारे में पूछते हैं, तो राधिका झूठी सौंघ खाकर कहती हैं कि उन्हें वंशी के बारे में कुछ पता नहीं
(ङ) 'बतरस लालच लाल की' में कौन सा अलंकार है?
उत्तर – शृंगार रस
3. (क) निम्नलिखित किसी एक लेखक का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचनाओं का उल्लेख कीजिए। 5
(अ) आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ब) भारतेन्दु हरिश्चन्द
(स) सरदार पूर्णसिंह
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी कृतियों पर प्रकाश डालिये-5
(अ) सूरदास जी
(ब) कविवर बिहारी जी
(स) कबीर दास जी
4. 'आकाशदीप' अथवा 'बलिदान' कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिये।5
5. स्वपठित नाटक के आधार पर प्रमुख नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
6. (क) दिये गये संस्कृत गद्यांश का ससन्दर्भ हिन्दी में अनुवाद कीजिए। 8
तदत्र सरसि स्नात्वा सुवर्णकङकणं ग्रहाण। ततो यावदसौ तद्वचः प्रतीतोलोभात् सरः स्नातु प्रविशति तावत् महाङ्के निमग्नः पलायितुमक्षमः। पङ्के पतित दृष्टवा व्याघ्रोऽवदत् अहह ! महाङ्के पतितोऽसि अतस्वामहयुत्यापयामि। इत्युक्त्त्वाः शनैः शनै रूगम्य तेन व्यप्रेण भक्षितः।
(ख) दिये गये श्लोक का ससन्दर्भ हिन्दी अनुवाद कीजिए।
सत्येन रक्ष्यते धर्मो विद्या योगेन रक्ष्यते। मृजया रक्ष्ये रूपं कुलं वृत्तेन रक्ष्यते ।।
7. 'नामानि' शब्द में प्रयुक्त विभक्ति और वचन का उल्लेख कीजिए।
8. अपने क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप अथवा मलेरिया फैलने की सम्भावना का वर्णन करते हुए उचित कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र लिखिये। 8
9. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर अपनी भाषा-शैली में निबन्ध लिखिये।14
(क) मेरा प्रिय ग्रन्थ
(ख) साहित्य और समाज
(ग) गंगा प्रदूषण
(घ) कुटीर एवं लघु उद्योग
[ Full paper solution 2024-25 ]
[ पूरे पेपर का सम्पूर्ण हल ]
1.(अ) महावीर प्रसाद
2.(अ) गोकुलनाथ
3.(स) प्रेमसारग
4.(अ) श्यामसुन्दर दास
5.(द) नहुष
6.(ब) अवधी
7.(ब) साहित्यलहरी
8.(स) सरहपा
9.(द) सिद्ध साहित्य
10.(स) वीर रस की
11.(द) चौपाई
12.(द) सभी और परेशानी
13.(ब) नै + अनम्
14.(द) उसे अनुतीर्ण होने की आशंका है
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