राष्ट्रीय एकता पर संस्कृत निबंध /Rashtriya Ekta essay in sanskrit
10 lines on Rashtriya Ekta in Sanskrit
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विविध धर्म-भाषावलम्बिनां जनानां वासस्थानं राष्ट्रं भवति । परन्तु धर्म-भाषा-वैविध्येऽपि एकस्मिन् राष्ट्रे वसन्तः जनाः अभिन्ना एव भवन्ति । यथा एकस्मिन् गृहे वसन्तः बहवः जनाः पृथक् वस्त्राभूषणानि धारयन्ति पृथगेव चिन्तयन्ति च परं मूलतः ते एकस्यैव गृहस्यैव अङ्गानि भवन्ति, अतः अभिन्नाः एव तिष्ठन्ति ।
एवमेव वयं स्वराष्ट्रे वसन्तः पृथक् भाषा भाषिणः, पृथक् धर्मावलम्बिनः, पृथक् विचारानुयायिनः सन्तः अपि अभिन्नाः एव यतो हि भारतम् अस्माकं राष्ट्रं वयं च अस्य राष्ट्रस्य नागरिकाः । राष्ट्रं यदि सुरक्षितम् अस्ति तर्हि वयमपि निस्सन्देहं सुरक्षिताः । राष्ट्र यदि विकसितम् तर्हि अस्माकमपि विकास: सुनिश्चितः एव ।
अतः अस्माकं सर्वेषां भारतीयानाम् इदं प्रथमं कर्तव्यम् अस्ति यद् राष्ट्रियैक्यस्य वाधकानि तत्त्वानि निवारयेम राष्ट्रियाम् एकतां च पोषयेम एतेनैव राष्ट्रस्य अस्माकं सर्वेषां व समुन्नतिः समृद्धिश्च सुनिश्चिता ।
भारत देश: एकः विशाल: देशः अस्ति । अत्र विभिन्नानां धर्माणां जनाः स्नेहभावन वसन्ति । उत्तरदिशायां स्थितात् जम्मू-कश्मीरात् कन्याकुमारीपर्यन्तं भारत देशे अनेके प्रान्ताः सन्ति । तत्र विविधाः भाषाः भाषन्ते । जनाः विविधानि वेषानि धारयन्ति । प्रत्येकस्य प्रान्तस्य विशेषता अस्ति । प्रान्तेषु विविधाः उत्सवाः मन्यन्ते। यथा महाराष्ट्र प्रदेशे जनाः गणेशोत्सवं मानयन्ति तथा बिहारप्रदेशे जनैः 'छट्पूजा' मन्यते । किन्तु यदि महाराष्ट्रे कोsपि बिहारी वसति, तदा सोऽपि गणपति उत्सवं मानयति । तथा पंजाबे वसन् मराठीजनः अपि 'वैशाखी' उत्सवं मानयति । एवं विविधतायामपि एकता' एषा भारतीय संस्कृतेः विशेषता अस्ति ।
भारतः एकः धर्मनिरपेक्ष: देशः अस्ति। 'हिन्दू-मुस्लिम ऐक्य' विश्व प्रसिद्धम अस्ति। हिन्दूजना: मन्दिरं गत्वां ईश्वरं स्मरन्ति तथा मुस्लिमा: मस्जिदस्य आश्रयं गृह्यन्ति किन्तु सर्वे भारतीया: एकस्मिन् ईश्वरे विश्वासं कुर्वन्ति । रामः वा रहीमः ईश्वरः तु एकोऽस्ति इति सर्वे: मन्यते। सर्वेषां मनांसि 'अहं भारतीयोऽस्मि' इत्येका भावना अस्ति । इयमेव भावना देशस्य हिताय भवति । यदि सर्वे भारतीयाः एकत्री भवन्ति तर्हि परकीयानाम् आक्रमणं कदापि न भवेत्।
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हिंदी अर्थ
एक राष्ट्र विभिन्न धर्मों और भाषाओं के लोगों का घर होता है। लेकिन धर्मों और भाषाओं की विविधता के बावजूद, एक ही राष्ट्र में रहने वाले लोग अभी भी अभिन्न हैं। उदाहरण के लिए, एक ही घर में रहने वाले कई लोग अलग-अलग कपड़े और गहने पहनते हैं और अलग तरह से सोचते हैं, लेकिन मूल रूप से वे एक ही घर का हिस्सा हैं, इसलिए वे अलग रहते हैं।
इसी तरह, भले ही हम अपने देश में रहते हैं और विभिन्न भाषाएं बोलते हैं, विभिन्न धर्मों का पालन करते हैं और विभिन्न विचारों का पालन करते हैं, फिर भी हम अभिन्न हैं क्योंकि भारत हमारा राष्ट्र है और हम इस राष्ट्र के नागरिक हैं। देश सुरक्षित है तो निस्संदेह हम भी सुरक्षित हैं। राष्ट्र का विकास होगा तो हमारा विकास निश्चित है।
इसलिए हम सभी भारतीयों का यह पहला कर्तव्य है कि राष्ट्रीय एकता में बाधक तत्वों को खत्म कर राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दें, इससे देश और हम सभी की समृद्धि और समृद्धि सुनिश्चित होगी।
भारत एक विशाल देश है। यहां विभिन्न धर्मों के लोग स्नेह से रहते हैं। भारत में उत्तर में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कई प्रांत हैं। विभिन्न भाषाएँ बोली जाती हैं। लोग तरह-तरह के परिधान पहनते हैं। प्रत्येक प्रांत की अपनी विशेषताएं हैं। प्रांतों में विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं। जैसे महाराष्ट्र में लोग गणेश चतुर्थी मनाते हैं, वैसे ही बिहार में लोग 'छठ पूजा' मनाते हैं लेकिन अगर कोई बिहारी महाराष्ट्र में रहता है तो वह भी गणपति उत्सव मनाता है। इसी तरह पंजाब में रहने वाले मराठी लोग भी मनाते हैं 'वैशाखी' इस प्रकार अनेकता में भी एकता' भारतीय संस्कृति की विशेषता है।
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। 'हिंदू-मुस्लिम एकता' विश्व प्रसिद्ध है। हिंदू मंदिरों में जाकर भगवान को याद करते हैं और मुसलमान मस्जिदों में शरण लेते हैं लेकिन सभी भारतीय एक भगवान को मानते हैं। हर कोई मानता है कि एक ही ईश्वर है, चाहे राम हो या रहीम। सबके मन में यह भाव है कि 'मैं भारतीय हूं' यही वह भावना है जो देश के हित में है। यदि सभी भारतीय एक साथ आ जाएं, तो विदेशियों का आक्रमण कभी नहीं होगा।
10 lines on Rashtriya Ekta in Sanskrit /राष्ट्रीय एकता पर 10 वाक्य संस्कृत में
1.भारत देश: एकः विशाल: देशः अस्ति । 2.अत्र विभिन्नानां धर्माणां जनाः स्नेहभावन वसन्ति ।
3.उत्तरदिशायां स्थितात् जम्मू-कश्मीरात् कन्याकुमारीपर्यन्तं भारत देशे अनेके प्रान्ताः सन्ति ।
4. तत्र विविधाः भाषाः भाषन्ते ।
5.जनाः विविधानि वेषानि धारयन्ति । 6.प्रत्येकस्य प्रान्तस्य विशेषता अस्ति । 7.प्रान्तेषु विविधाः उत्सवाः मन्यन्ते।
8. यथा महाराष्ट्र प्रदेशे जनाः गणेशोत्सवं मानयन्ति तथा बिहारप्रदेशे जनैः 'छट्पूजा' मन्यते ।
9.भारतः एकः धर्मनिरपेक्ष: देशः अस्ति।
10.'हिन्दू-मुस्लिम ऐक्य' विश्व प्रसिद्धम अस्ति।
हिन्दी में राष्ट्रीय एकता पर 10 पंक्तियाँ / हिन्दी में राष्ट्रीय एकता पर 10 वाक्य प्रांत हैं।
1. भारत एक विशाल देश है।
2. यहां विभिन्न धर्मों के लोग स्नेह से रहते हैं।
3. भारत में कई उत्तर में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक
4. विभिन्न भाषाएँ बोली जाती हैं।
5. लोग अलग-अलग पोशाक पहनते हैं।
6. प्रत्येक प्रांत की अपनी विशेषताएं हैं।
7. प्रांतों में विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं।
8. जिस तरह महाराष्ट्र में लोग गणेश चतुर्थी मनाते हैं, उसी तरह बिहार में लोग 'छठ पूजा' मनाते हैं
9.भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है।
10. 'हिंदू-मुस्लिम एकता' विश्व प्रसिद्ध है।
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