26 जनवरी पर कविता //Republic day poems
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेब साइट subhansh classes.com पर यदि आप गूगल पर गणतंत्र दिवस पर कविता सर्च कर रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आ गए हैं हम आपको गणतंत्र दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है इसलिए आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें यदि आपको पोस्ट पसन्द आए तो अपने दोस्तो को भी शेयर करें यदि आप कुछ पूछना चाहते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल Subhansh classes पर कॉमेंट करके ज़रूर बताइएगा।
'देखो 26 जनवरी आई'
देखो 26 जनवरी है आयी,
गणतंत्र की सौगात है लायी।।
अधिकार दिए हैं इसने अनमोल,
जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध।।
हर साल 26 जनवरी को,
होता है वार्षिक आयोजन।
लाल किले पर होता है,
जब प्रधानमंत्री का भाषण।।
नई उम्मीद और नये पैगाम से,
करते हैं देश का अभिवादन।।
अमर जवान ज्योति,
इंडिया गेट पर अर्पित करते श्रद्धा सुमन।
2 मिनट के मौन धारण से,
होता शहीदों को शत-शत नमन।।
सौगातों की सौगात है,
गणतंत्र हमारा महान है।
आकार में विशाल है,
हर सवाल का जवाब है।।
संविधान इसका संचालक है,
हम सबका बो पालक है।
लोकतंत्र जिसकी पहचान है,
हम सबकी ये शान है।।
गणतंत्र हमारा महान है,
गणतंत्र हमारा महान है।।
'मत घबराओ, वीर जवानों'
मत घबराओ, वीर जवानों
वह दिन भी आ जाएगा।
जब भारत का बच्चा-बच्चा,
देश भक्त बन जाएगा।।
कोई वीर अभिमन्यु बनकर,
चक्रव्यूह को तोड़ेगा।
कोई वीर भगत सिंह बन कर,
अंग्रेजों के सिर फोड़ेगा।।
धीर धरो तुम वीर जवानों,
मत घबराओ वीर जवानों।
वह दिन भी आ जाएगा,
जब भारत का बच्चा-बच्चा,
देश भक्त बन जाएगा।।
कल-कल करती गंगा यमुना,
जिसके गुण ये गाती है।
भारत की इस पुण्य धरा में,
अपना गुंजार सुनती हैं।।
आज तिरंगे के रंगों को,
फीका नहीं होने देंगे।
इस तिरंगे की शान के लिए,
अपना सर्वस्व लुटा देंगे।।
अब मत घबराओ वीर शहीदों,
मत घबराओ वीर जवानों।
वह दिन भी आ जाएगा,
जब भारत का बच्चा-बच्चा,
देश भक्त बन जाएगा।।
वीर अमर शहीदों की कुर्बानी को,
कोई भुला ना पाएगा।
जब अत्याचार बढ़ेगा धरती पर,
एक महापुरुष आ जाएगा।
मत घबराओ वीर जवानों,
जब भारत का बच्चा-बच्चा,
देश भक्त बन जाएगा।।
"जब देश को खतरा हो गद्दारों से"
तो गद्दारों को धरती से मिटाना जरूरी है,
जब गुमराह हो रहा हो युवा देश का।
तो उसे सही राह दिखाना जरूरी है।।
जब हर ओर फैल गई हो निराशा देश में,
तो क्रांति का बिगुल बजाना जरूरी है।
जब नारी खुद को असहाय पाए,
तो उसे लक्ष्मीबाई बनाना जरूरी है।।
जब नेताओं के हाथ में सुरक्षित ना रहे देश,
तो फिर सुभाष का आना जरूरी है।
जब सीधे तरीकों से देश ना बदले,
तब विद्रोह जरूरी है।।
अमर वो उनकी बलिदानी याद रहे,
सालों तक ना हो बात पुरानी।
आजाद हिंद का तिरंगा,
रहे हमेशा ऊंचा।।
खुशनसीब हैं हम जो यहां जन्म लिए,
यहां की मिट्टी की खुशबू।
यहां की हवाओं का अपनापन,
हर दिल में राष्ट्रगान का सम्मान रहे।।
अगर झुकने लगे जो तिरंगा,
तो हम बलिदान कर दे खुद को।
सर कटा दे पर सर झुका सकते नहीं
हिंदुस्तान है सोने की चिड़िया,
ईसाई, सिख, हिंदू हो या मुस्लिम हम जो भी हो।
हम जहां भी रहे,सिर्फ हिंदुस्तानी रहें
अमर वो उनकी बलिदानी याद रहे।।
ये भी पढ़ें 👉
👉Republic day Speech in english
👉Bal Gangadhar Tilak Biography in hindi
👉रवींद्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय
👉स्वामी विवेकानन्द का जीवन परिचय
👉सुभाष चन्द्र बोस का जीवन परिचय
👉सावित्री बाई फुले का जीवन परिचय
👉makar Sankranti essay in hindi
👉महात्मा गांधी पर संस्कृत में निबंध
👉अन्ना जानवरो के खिलाफ़ एसपी को शिकायत पत्र कैसे लिखे
👉क्रिकेट क्रीड़ा पर संस्कृत में निबंध
👉दूरदर्शन पर संस्कृत में निबंध
👉essay on Indian farmer in Sanskrit
👉essay on taj mahal in english
👉essay on Indian farmer in english
👉दहेज प्रथा पर निबंध संस्कृत में
👉 tc k liye application in sanskrit
👉शुभकामना हेतु संस्कृत में प्रार्थना पत्र
👉application for scholarship in Sanskrit
👉पर्यावरण पर संस्कृत में निबंध
👉mam dincharya essay in sanskrit